नई दिल्ली/मुंबई। महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी के बीच सीट शेयरिंग को लेकर शुरुआती समझौता हो चुका है। अब तक तीनों दलों ने 255 सीटें आपस में बांट ली हैं और सबके खाते में 85-85 सीटें आई हैं। लेकिन अब तक भाजपा की लीडरशिप वाले महायुति ने किसी औपचारिक समझौते का ऐलान नहीं किया है। इस बीच होम मिनिस्टर अमित शाह खुद इस मामले को डील कर रहे हैं। उन्होंने बुधवार को महाराष्ट्र भाजपा के बड़े नेताओं को दिल्ली बुलाकर सीटों पर मंथन किया था। इसके बाद गुरुवार को उन्होंने गठबंधन के नेताओं से तीन घंटे तक मंथन किया।
सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार दिल्ली में थे। इन नेताओं के साथ अमित शाह ने कुल 25 सीटों को लेकर मंथन किया। खासतौर पर 5 सीटों को लेकर तीनों दलों के बीच खींचतान देखी जा रही है और कोई भी दावेदारी से पीछे हटता नहीं दिख रहा है। ऐसी स्थिति में अमित शाह खुद ही अजित पवार और एकनाथ शिंदे को समझौते के लिए राजी करने में जुटे हैं। शिवसेना और भाजपा के बीच पालघर, बोईसर और वसई सीट को लेकर खींचतान है। इसी तरह नालासोपारा सीट भी ऐसी है, जहां से दोनों दल लड़ना चाहते हैं।
अजित पवार की एनसीपी और भाजपा के बीच वडगांव शहरी, अश्ती और तसगांव सीट पर भी खींचतान है। ऐसी कम से कम 5 सीटें हैं, जिन पर तीनों दल दावा नहीं छोड़ रहे। इसके अलावा कुछ उम्मीदवारों को लेकर भी तीनों दलों के बीच मतभेद हैं। भाजपा ने एनसीपी विधायक नवाब मलिक को टिकट देने का विरोध किया है। भाजपा का कहना था कि नवाब मलिक को टिकट नहीं मिलना चाहिए क्योंकि उनके खिलाफ ईडी ने केस दर्ज किया था और वह जेल भी गए थे। उन पर दाऊद इब्राहिम से लिंक होने का आरोप है। यही नहीं भाजपा के विरोध के बाद अजित पवार पीछे भी हट गए और नवाब मलिक को टिकट नहीं दिया गया।
साभार लाइव हिन्दुस्तान
मुंबई
महाराष्ट्र में 5 सीटों को लेकर तीनों दलों के बीच खींचतान, अमित शाह जुटे
- 25 Oct 2024