Highlights

भोपाल

महावीर मेडिकल कॉलेज में फर्जीवाड़ा- इंस्पेक्शन टीम आई तो मेडिकल कैंप के नाम पर 200 रुपए रोज में बुलाए मजदूर, पैसे नहीं दिए, हंगामा

  • 26 Feb 2022

भोपाल।  राजधानी में सेंट्रल जेल के नजदीक स्थित महावीर मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को काफी देर तक हंगामा होता रहा है। इसकी वजह यह थी कि कॉलेज में शुक्रवार को मेडिकल यूनिवर्सिटी की टीम आई थी। इनके आने से पहले कॉलेज प्रबंधन द्वारा मेडिकल हेल्थ कैंप के नाम पर मजदूरों को बुलवाया गया था। उनके पर्चे बनाए गए। अन्य चिकित्सीय जांचें हुईं, लेकिन मजदूरों को तय मेहनताना नहीं दिया गया।
मजदूरों की तरफ से रोहित बंटी धुर्वे का आरोप है कि कॉलेज प्रबंधन के कहने पर उनके मेडिकल कैंप के लिए शुक्रवार सुबह अयोध्या नगर और अन्य इलाकों से 50 मजदूरों को एक प्राइवेट बस में भरकर लाया गया। कैंप में मेडिकल जांच कराने के बदले में कॉलेज प्रबंधन ने मजदूरों को 200 रुपए मेहनताना देने का आश्वासन दिया था। मजदूरों ने इसकी मांग की तो कॉलेज प्रबंधन ने रुपए देने से इंकार कर दिया। हंगामा हुआ तो मामला गांधी नगर पुलिस थाने पहुंच गया। यहां पुलिस ने कॉलेज प्रबंधन से सभी मजदूरों को उनकी मजदूरी दिलाई और मामले में समझौता करवा दिया।
टीम आती रहती हैं, उन्हें दिखाने किसी को नहीं बुलाया
मामले में गांधी नगर थानी प्रभारी से बात की तो उन्होंने कहा कि हां विवाद हुआ था, लेकिन जब मजदूरों को उनकी मेहनताना मिल गया तो मामला खत्म हो गया। दूसरी तरफ कॉलेज के चेयरमैन सनत जैन ने कहा कि टीम आती रहती हैं, उन्हें दिखाने के लिए किसी को नहीं बुलाया। मेडिकल कैंप जरूर लगाया था, लेकिन मजदूरी देने की बात किसी से नहीं की थी। कुछ मजदूरों को लाया गया था, ताकि उनका इलाज फ्री में हो सके। लेकिन, कुछ असामाजिक तत्वों ने बीच में आकर मजदूरों को उकसाया और जबरिया पैसे की डिमांड की।
4 मजदूरों को गांधी नगर थाने ले गई पुलिस
रोहित का आरोप था कि सिर्फ एक मजदूर को उसका पैसा मिला। इस बात से भी रोहित और उनके साथियों ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने बताया कि जब कैंप में मरीजों की जांच हो रही थी तो उसके बाद इंजेक्शन लगाने को कहा गया। इसके बाद सभी मजदूर बाहर आ गए। इसी दौरान बाकी कार्यकर्ता आ गए और हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस को सूचना दी तो टीम आई और 4 मजदूरों को लेकर गांधी नगर थाने लेकर गई। यहां पुलिस ने डॉक्टर की टीम को बुलाया और लंबी बहस के बाद समझौता करवाया।