संघ लोक सेवा आयोग 2022 की सिविल सेवा परीक्षा का परिणाम जारी हो गया है। इस वर्ष भी बेटियों ने परचम लहराया। टाॅप तीन अभ्यार्थियों की सूची में बेटियों का नाम शामिल है। इसमें पहले स्थान पर पटना निवासी इशिता किशोर, दूसरे स्थान पर बक्सर निवासी गरिमा लोहिया और तीसरे स्थान पर उमा हराथी एन का नाम शामिल है। इसके अलावा भी सिविल सेवा की परीक्षा में कई महिला अभ्यर्थियों ने अपनी मेहनत से रैंक हासिल की। किसी ने पहली ही बार में तो किसी ने दो बार की असफलता के बाद जीत की खुशी को महसूस किया। आइए जानते हैं यूपीएससी 2023 सीएसई की टाॅपर महिला अभ्यर्थियों की सफलता की कहानी।
यूपीएससी एआईआर 1 इशिता किशोर
पटना की इशिता किशोर चार सालों से यूपीएससी की तैयारी कर रही हैं और इसके पहले दो बार परीक्षा में असफल रह चुकी हैं। हालांकि तीसरी बार में इशिता ने मेंस क्लियर कर लिया और इंटरव्यू में पास होने के साथ ही यूपीएससी में पहली रैंक हासिल कर ली। शुरुआत में इशिता ने दिल्ली से कोचिंग की लेकिन कोविड काल में वह घर से ही सेल्फ स्टडी करने लगीं। औसतन वह आठ से दस घंटे पढ़ाई करती थीं।
यूपीएससी एआईआर 2 गरिमा लोहिया
यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में दूसरा स्थान गरिमा लोहिया को मिला। गरिमा बिहार के बक्सर जिले की रहने वाली हैं। उन्होंने बक्सर में रहकर ही तैयारी की। हालांकि गरिमा ने बनारस के सनबीम भगवानपुर से बारहवीं की पढ़ाई की है। कोविड के कारण गरिमा ने ऑनलाइन कोर्सेस से ही तैयारी की।
उमा हरित एन
यूपीएससी परीक्षा 2022 में तीसरा स्थान तेलंगाना की इंजीनियर बेटी उमा हरित एन ने प्राप्त किया। उमा ने आईआईटी हैदराबाद से इंजीनियरिंग में स्नातक किया है। सिविल सेवा का सपना देखने वाली उमा को परीक्षा पास करने के लिए पांच बार प्रयास करना पड़ा। हालांकि असफलता के सामने हार नहीं मानी।
साभार अमर उजाला
विविध क्षेत्र
यूपीएससी - इन तीन बेटियों ने परीक्षा में ऐसे किया नाम रोशन
- 26 May 2023