विश्व हृदय दिवस के पूर्व जागरूकता शिविर
इंदौर। दिल की घातक बीमारियों में आजकल युवा वर्ग भी काफी संख्या में चपेट में आ रहे हैं। हृदय की समस्याओं के लिए मुख्य रूप से वे ही इसके लिए जिम्मेदार हैं, क्योंकि इसका कारण स्मोकिंग व गलत खानपान है। ऐसे में बचाव के मद्देनजर समय-समय पर जांचें भी बहुत जरूरी है। इमरजेंसी के दौरान कार्डियक अरेस्ट के शिकार मरीज को समय रहते सीपीआर देकर बचाया जा सकता है। कार्डियक अरेस्ट एक ऐसी मेडिकल इमरजेंसी कंडिशन है। जिसमें हार्ट अचानक काम करना या धड़कना बंद कर देता है। ऐसे में अगर आसपास खड़ा कोई व्यक्ति एम्बुलेंस आने से पहले पीडि़त व्यक्ति को सीपीआर दे तो मरीज की जान बच सकती है।
यह बात रविवार को विश्व हृदय दिवस के पूर्व आयोजित महालक्ष्मी नगर रहवासियों द्वारा आयोजित निशुल्क हृदय परीक्षण एवं जागरूकता शिविर में हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. अल्केश जैन ने कही। उन्होंने सीपीआर के बारे में प्रजेंटेशन प्रस्तुत कर लोगों को जागरूक किया। उन्होंने कहा युवा जंक फूड खाने से बचे। हृदय रोग से बचाने वाले तेलों के विज्ञापनों पर भरोसा नहीं करें बल्कि एक जैसा तेल उपयोग करने के बजाय दो-तीन माह में बदलते रहे। उन्होंने कहा युवा हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचान नहीं पाते। हर 100 में से 3 फीसदी युवा हृदय रोग के शिकार हो रहे हैं। शाकाहारी भोजन लेने के साथ नमक का कम उपयोग करें। दरअसल ह्यविश्व हृदय दिवसö 29 सितम्बर को है लेकिन रविवार को अवकाश होने के कारण शिविर आयोजित किया गया जिसमें सैकड़ों लोगों ने लाभ लिया। इसमें हर उम्र के लोग शामिल थे। शिविर में पोस्टर एग्जिबिशन और क्वीज कॉम्पीटिशन के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया गया।
इंदौर
युवाओं में हार्ट अटैक का कारण स्मोकिंग और गलत खानपान है-डॉ .जैन
- 27 Sep 2021