भोपाल। मध्यप्रदेश में सीएम राइज स्कूल पर सरकार 1500 करोड़ रुपए खर्च करेगी। 100 करोड़ स्कूल शिक्षा विभाग और 400 करोड़ जनजातीय कार्य विभाग खर्च करेगा। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके लिए अलग से बजट दिया है।
यह बात परमार ने मंगलवार को भोपाल के मिंटो हॉल में आयोजित जनकल्याण और सुराज के 20 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर 264 करोड़ के निर्माण कार्यों का ऑनलाइन लोकार्पण और भूमि पूजन के दौरान कही। मुख्यमंत्री ने मंगलवार शाम 6.30 बजे मिंटो हॉल में स्कूल शिक्षा विभाग के 45 और जनजाति कार्य विभाग के 71 नव निर्मित भवनों का लोकार्पण और भूमि पूजन किया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम स्कूल बंद नहीं करने जा रहे हैं। प्राइवेट जैसे सर्वसुविधायुक्त स्कूल बना रहे हैं। एक हॉस्टल गायब हो गया था। मैंने उसका उद्घाटन किया था, लेकिन किसी को पता ही नहीं कि हॉस्टल कहां है। पता लगाया कि इसे तो भोपाल विकास प्राधिकरण को बनाने का ठेका था। वह कुछ पैसे लेकर चुप हो गया। बाद में हमने एक व्यवस्था की। अब एक एजेंसी को ही निर्माण का कार्य है।
कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा विभाग के लगभग 51 करोड़ 40 लाख की राशि से निर्मित नवनिर्मित हाई स्कूल भवनों हायर सेकेंडरी स्कूल भवनों छात्रावासों और बहुउद्देशीय भवनों के लोकार्पण के साथ जनजातीय कार्य विभाग के 213 करोड़ 80 लाख की लागत से बनने वाले 71 शैक्षणिक भवनों का भूमि पूजन किया गया। जनजाति कार्य विभाग द्वारा अलीराजपुर, उमरिया, खरगोन, झाबुआ, धार, बड़वानी, मंडला, रतलाम, शहडोल, सिवनी और होशंगाबाद जिले में स्कूलों और छात्रावासों का निर्माण किया जाएगा। शिक्षकों के चयन से लेकर उनकी ट्रेनिंग तक की व्यवस्था बेहतर करना है।
सभी जगह प्रदेश के बच्चे टॉप पर होना चाहिए
स्कूल और शिक्षा का महत्व तभी सार्थक होगा, जब सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में हमारे बच्चे सफल हों। हमारे भोपाल के एक्सीलेंस जैसे स्कूल सभी को न केवल टक्कर दे रहे, बल्कि उससे बेहतर रिजल्ट दे रहे हैं। हमें इसी तरह की सुविधाएं सभी को देना है, ताकि बच्चे इससे भी बेहतर कर सकें।
भोपाल
राइज स्कूल पर 1500 करोड़ खर्च होंगे
- 29 Sep 2021