इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के रजिस्टर और डिप्टी रजिस्ट्रार से राज्य सूचना आयोग ने नोटिस देकर जवाब मांगा है। जवाब के लिए फिलहाल उन्हें 15 दिन का समय दिया गया है जिसकी अवधि गुजरने वाली है।
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर में लैब असिस्टेंट के पद पर कार्यरत सुरेश कुमार नागर 35 साल से संस्थान में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। नियम अनुसार 30 साल की सेवा अवधि पूरी होने पर उन्हें समय मान वेतनमान का लाभ मिलना चाहिए था। ये उनका अधिकार भी है सरकार ने तो अपनी ओर से यह लाभ कर्मचारी को दे दिया है और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर में कार्यरत तमाम कर्मचारियों को इसका लाभ भी मिल चुका है। लेकिन सुरेश कुमार नागर को अब तक इसका लाभ नहीं मिला है। कारण पूछने पर सुरेश कुमार बताते हैं की देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर के रजिस्टर अनिल शर्मा डिप्टी रजिस्ट्रार रचना ठाकुर दोनों के द्वारा उनके प्रति द्वेष भावना रखी जा रही है। कारण वो भी नहीं जानते हैं। की किसलिए उनके साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है जबकि अन्य कर्मचारियों को समय मान वेतनमान का लाभ मिल चुका है लेकिन उन्हें नहीं दिया गया जिसके तहत उन्होंने आरटीआई लगाई थी जिसमें गोलमोल जवाब मिला इसके खिलाफ उन्होंने राज्य सूचना आयोग में अपील की थी जहां उनके आवेदन को सही माना गया और मामले में राज्य सूचना आयोग ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार कार्यालय से जवाब मांगते हुए उन्हें 15 दिन का समय दिया है। यह अवधि भी अगले 2 से 3 दिनों में समाप्त होने वाली है