इंदौर। प्रशासन की लचर व्यबस्था से राजबाड़ा क्षेत्र के आस पास का स्थानीय व्यवसायी दुखी और हतप्रभ है । जहां एक ओर व्यापारी दरियादिली दिखाकर आदर्श व्यबसायिक क्षेत्र बनाने का जिम्मा उठाने का एलान कर रहा वहीं निगम का अमला उसे असहयोग कर उसकी उत्कृष्ठ पहल को चकनाचूर करने में लगा है । संगठीत व्यापारी अब आंदोलन करने की ठान चुका है ।
राजबाड़ा ओर उसके आस पास के क्षेत्र के व्यापारियो ने सामूहिक प्रयासो के साथ आदर्श व्यवसायिक क्षेत्र बनाने का जतन शुरू किया । जिसमें इंदौर नगर पालिका निगम से स्मार्ट सिटी ओर हैरिटेज वाले इलाके की सड़क पर फेरी ,पटरी ओर ठेला चालको को हटाने की कार्य योजना शामिल है । इस पर निगम आयुक्त ने मुनादी करवा कर सहयोग का एलान किया लेकिन निगम का निचले स्तर का कर्मियों को बहुत लंबे समय से पटरी वालो को बैठने देने के एवज में मिठाई मिलती रही है । अब व्यापारिक संघठनो की मांग उनकी जुबान को कड़वा कर रही है । जानकार सूत्रों की माने तो इस पूरे क्षेत्र में दबंग लोगो ओर निगमकर्मियों की बीच बहुत गहरी साठ गाँठ है जिसका नतीजा निगम आयुक्त प्रतिभा पाल के आदेश के बावजूद निगम सड़क पटरी फेरी वालो पर सख्ती नही ला पा रहे है । निगम आयुक्त को लगातार सूचनाए मिल रही है और वह रिमवुहल अधिकारी को तमाम शिकायते भेजकर हल करने को कहती है लेकिन वर्षो की साठ गाँठ के आगे निगम आयुक्त के आवाज धीमी ओर बेअसर हो रही है । निगम की रिमवुहल वाहन सुबह सुबह मुनादी कर अपनी जिम्मेदारी दर्शाकर इतिश्री कर रहा है । जबकि दोपहर 2 बजे के बाद फेरी वालो की बसावट हो जाती है । राजबाड़ा को आदर्श व्यबसायिक क्षेत्र तभी बनाया जा सकता जब सड़क पर आवागमन सुव्यबस्थित हो । यहां व्यापारियों ने स्वप्रेरित पहल से यातायात दबाव को नियंत्रित करना आरम्भ किया लेकिन जब सड़क पर पटरी फेरी वाले जमा होंगे तो कभी भी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पूरा स्वरूप नही ले सकेगा
गौरतलब है कि तात्कालीन आयुक्त मनीषसिंह ने राजबाड़ा गोपालमन्दिर बांके बिहारी मंदिर ओर उसके आसपास बनी पक्की दुकाने ओर राजबाड़ा से सटी गुमटियों को हटाया था लेकिन आज उसी जगह पर पटरी वाले कब्जा कर रहे है और शासन का 250 करोड़ का स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट अधर में लटका हुआ है । निचले स्तर के रिमूव्हल कर्मियों की साजिश है कि सड़क पर पटरी वाले बैठे और उन्हें हर दिन दीपवाली बोनस देता रहे । स्थानीय व्यापारिक संगठनों ने कल रात सामूहिक निर्णय लिया कि वह निगम आयुक्त प्रतिभा पाल से एक बार फिर मुलाकत करेगे ओर इस मसले की तह तक कार्यवाही करने की मांग रखेगे। प्रशासन ने इस दिशा में कोई ठोस एक्शन नही लिया तो व्यापारियों की सामूहिक प्रदर्शन ,आंदोलन और शासन खजाना टैक्स पूर्ति रोकने के निर्णय को अमल में लाएंगे ।
इंदौर
राजबाड़ा को आदर्श बनाने की मुहिम में लचर प्रशासनिक व्यबस्था आड़े आ रही है
- 31 Jul 2021