इंदौर। एंबुलेस ऑपरेटर वेलफेयर सोसायटी द्वारा निजी अस्पतालो में हो रही रेड हेल्थ एंबुलेस का अनुबंध और लोकल एबुलेंस चालको के कमीशन खोरी रोकने के लिये निजी अस्पताल के प्रशासनिक अफसरों को आपति दर्ज कराकर विरोध किया गया। चोइथराम अस्पताल,केयर सीएचएल अपोलो अस्पताल,राजश्री आपोलो और बाम्बे अस्पताल में एंबुलेस ऑपरेटर वेलफेयर सोसायटी द्वारा ज्ञापन दिया गया। संस्था के अध्यक्ष पंकज नामदेव ने बताया कि हैदराबाद की रेड एंबलेस कंपनी द्वारा निजी अस्पतालो से अनुबंध कर खुलेआम मरीजो की जेब में डाका डाला जा रहा है। कंपनी के पास 3 से 4 एबुलेंस ही है। वही 40 से 50 एबुलेंस बताई जा रही है। जो मध्यप्रदेश शासन के राजस्व को भी वहां के नंबर से शहर में चलाकर हानि पहुंचा रहे है। साथ ही लोकल एंबुलेस आपरेटर 20 से 25 साल तक शहर में त्वतरित सेवांए दे रहे है। रेट एबुलेंस में लिस्ट के हिसाब से किराया वसूल ना करते हुए मनमाना किराया लिया जा रहा है। वह मदद के बदले कंपनी की ब्राडिंग कर रहे है। साथ ही मरीजों पर दबाव बना रहे है। जिससे जनता की जेब पर सीधे असर पड़ रहा है। एंबुलेस ऑपरेटर वेलफेयर सोसायटी के सचिव ललित बिरला ने बताया कि उनकी संस्था में शहर के साथ छोटे जिलो के आपरेटर भी जुडें है। जिसमें सभी निस्वार्थ मदद करते है। मामले में सभी अस्पताल प्रबधंन द्वारा ज्ञापन लेकर उस पर विवार करने की बात कही गई।
इंदौर
रेड एबुलेंस को लेकर किया विरोध, मनमाना किराया और मोनोपाली के लगाए आरोप
- 24 Jul 2024