शरणागत की भाषा क्या है ?....
शरणागत की भाषा मौन है ...शरणागत बोल बोल करता है क्या ?...वो चुप रहेगा ...उसको बोलने को कुछ बचता ही नहीं ....बोले वो जिसकी शरण में आप आये हो ...हमारे बोलने का क्या अर्थ है ?....
शरणागत कैसे बैठता है ?...
शरणागत अकेले बैठता है ...उसको भीड़ पसंद नहीं ...मौका मिला ...अकेला ....
शरणागत कैसे चलता है ?...कैसे जाता है ?...
जाओ तो ऐसे जाओ जैसे तुम्हारा कुछ नहीं ...ऐसे जायें ...ऐसे चलें ...ऐसे निकलें कि हमारा कुछ लेकर आये ही नहीं थे ....मुझे क्या ले जाना ?...मुझे बुद्धपुरूष मिल गया ...अब क्या प्राप्त करना ?....अब बचा क्या है ?...मेरे में कौन माँग बची है अब ?....
ऐसे चले ...कोई वैरागी जा रहा है ....
शरणागत को क्या सोचना ?...शरणागत को इधर उधर देखकर क्या चलना ?...
आपको ज़रा ठीक लगेगा कि नहीं लेकिन सुन तो लो ....
शरणागत का वाहन उसका गुरू होता है ...शरणागत गुरू की पीठ ऊपर यात्रा करता है ...थकान गुरू को लगे....विश्राम शरणागत को हो ....
शरणागत शब्द उच्चारण बहुत सरल है ...अनुभव में लाना बहुत कठिन है .....