उज्जैन। धोखाधड़ी की आरोपी पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी को 28 मई तक ज्यूडिशियल हिरासत में भेजा गया है। एक दिन की रिमांड खत्म होने के बाद बुधवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया,यहां से जेल भेज दिया गया।
उल्लेखनीय है कि निरंजनी अखाड़े की पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी पर 10 दिन पूर्व धोखाधड़ी के दो प्रकरण दर्ज हुए थे। जिसके बाद उन्होंने आत्महत्या करने का प्रयास किया था। मंगलवार को अस्पताल से डिस्चार्ज होते ही महाकाल थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था,जहां से एक दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया था। बुधवार को रिमांड अवधि खत्म होने के बाद मंदाकिनी को 28 मई तक के लिए जेल भेज दिया है। मंदाकिनी पर पहले महंत सुरेश्वरानंदपुरी महाराज की शिकायत के बाद 7 लाख 50 हजार रुपए की धोखाधड़ी का प्रकरण चिमनगंज मंडी थाने में दर्ज हुआ। इसके बाद जयपुर के महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर ने उज्जैन पहुंच कर अखाडा परिषद के अध्यक्ष रविंद्रपुरी के सामने 8 लाख 90 हजार ठगने की शिकायत दर्ज कराई है। मंदाकिनी ने महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर को फोन पर निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर बनाने का प्रलोभन दिया था। बताया था कि करीब 10 से 12 लाख रुपए लगेंगे। इसके बाद महामंडलेश्वर ने बीते 7 महीने में 8 लाख 90 हजार रुपए मंदाकिनी के खाते में आॅनलाइन ट्रांसफर किए थे। मंदाकिनी के खिलाफ महाकाल थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया गया था।
उज्जैन
रिमांड समाप्ति के बाद पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी को जेल भेजा
- 16 May 2024