Highlights

देश / विदेश

रेलवे ने 121 ऑक्सीजन एक्सप्रेस से 4709 मीट्रिक टन जीवन रक्षक भेजा

  • 11 May 2021

नई दिल्ली। रेलवे की ऑक्सीजन एक्सप्रेस अब गति पकड़ती जा रही हैं। यह ट्रेन आठ राज्यों में ऑक्सीजन आपूर्ति कर रही है। रेलवे ने अभी तक 121 ऑक्सीजन एक्सप्रेस के जरिए 295 टैंकरों में 4709 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की है।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ सुनीत शर्मा ने कहा है कि भारतीय रेल की प्राथमिकता इस समय देश में ऑक्सीजन आपूर्ति को जल्द से जल्द सुनिश्चित करना है। इसमें वह ऑक्सीजन आपूर्ति में आने वाली परिवहन लागत को भी नहीं देख रही है। चाहे उसे दो टैंकर ले जाने हो या वह उन टैंकरों को लेकर ऑक्सीजन प्लांट तक जा रही हैं और वापस संबंधित राज्यों तक पहुंचा रही हैं।
उन्होंने कहा कि 18 अप्रैल से रेलवे ने अपनी ऑक्सीजन एक्सप्रेस का संचालन शुरू किया था और अभी तक 121 फेरों के जरिए 295 टैंकरों में 4709 मैट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई है। इनमें से 100 टैंकर दिल्ली को पहुंचाए गए हैं। उत्तर प्रदेश को 98, मध्य प्रदेश को 27, महाराष्ट्र को 18, हरियाणा को 40, तेलंगाना को 9 और राजस्थान को तीन टैंकर पहुंचाए गए हैं।
50 टैंकरों में 744 टन ऑक्सीजन लेकर रास्ते में हैं कई ट्रेन
रेलवे की विभिन्न ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन इस समय 50 टैंकरों में 744 टन मेडिकल ऑक्सीजन लेकर रास्ते में हैं। इनमें 12 टैंकर दिल्ली को, 15 टैंकर उत्तर प्रदेश को, 10 टैंकर हरियाणा को, कर्नाटक को चार टैंकर, महाराष्ट्र को तीन तीन टैंकर ले जाए जा रहे हैं।
मेल एक्सप्रेस गाड़ियों की संख्या में कमी आई
एक सवाल के जवाब में सुनीत शर्मा ने कहा है कि कोरोना की पाबंदियों के बाद अब रेलवे की मेल एक्सप्रेस गाड़ियों की संख्या में भी कमी आई है। कोरोना काल के पहले 1768 मेल एक्सप्रेस ट्रेन चला रहे थे, जबकि इस समय इनकी संख्या 1182 विशेष मेल एक्सप्रेस है। उपनगरीय ट्रेन और पैसेंजर ट्रेन की संख्या में भी कमी की गई है। बहुत सी ट्रेन इसलिए बंद की गई है क्योंकि उनसे संक्रमण फैलने का खतरा था और दूसरी वजह यात्रियों की भारी कमी भी रही है। हालांकि राज्यों की मांग पर अतिरिक्त ट्रेन भी चलाई जा रही हैं।
कोरोना से रेलवे के 1952 कर्मचारियों की मौत
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि कोरोना काल में विषम परिस्थितियों में भी रेलवे ने यात्री, माल गाड़ियों, श्रमिक विशेष और और ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन का सफल संचालन किया है। इस दौरान बड़ी संख्या में उसके कर्मचारी भी कोरोना की चपेट में आए। बीते एक साल में लगभग 1952 कर्मचारियों को उसे खोना भी पड़ा है। रोजाना कई कर्मचारी संक्रमित हो रहे हैं। हालांकि बड़ी संख्या में उसके कर्मचारी स्वस्थ होकर काम पर भी लौटे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे अपने अस्पताल हैं। हमने बिस्तरों की संख्या बढ़ाई है, रेल अस्पातलों में ऑक्सीजन संयंत्र बनाए हैं। फिलहाल 4000 रेलवे कर्मी या उनके परिवार के सदस्य इन अस्पतालों में भर्ती हैं।
credit- लाइव हिन्दुस्तान