इंदौर भले ही स्वच्छता के मामले में नंबर वन का तमगा लगा चुका है लेकिन यातायात के मामले में शायद ही कभी नंबर वन हो पाए। क्योंकि यहां की जनता और पुलिस दोनों ही नहीं चाहती है कि यातायात सुधरे...।
रेलवे स्टेशन के ठीक सामने का तिराहा जहा पर पुलिस चौकी स्थित है व्हां पुलिस जवान तो रहते हैं लेकिन वह अपनी ड्यूटी करते हुए नजर नहीं आते हैं। दोनों मार्गो पर आने जाने वाले सिटी बसें खड़ी हो जाती है और जो स्थान बचता है। उस पर चाहे जहां वेन चालक अपने वाहन खड़े कर देते हैं।इस तरह का माहौल यहां दिनभर जमा रहता है रेलवे स्टेशन के सामने दोनों ही और कभी सिटी बस तो कभी वेन चालकों के कारण चक्का जाम जैसी स्थिति उत्पन्न होती रहती है रेलवे आरक्षण कार्यालय के सामने 8 से 10 बसें हर समय खड़ी रहती है। वहीं रेलवे स्टेशन के सामने दोनों मार्गों पर चार चार छह छह लोक परिवहन वाहन खड़े दिखाई दे जाएंगे।
कहने को तो यहां पर जीआरपी थाना पुलिस है छोटी ग्वालटोली थाना पुलिस भी है ट्राफिक पुलिस भी है इन सबके बावजूद यहां का मार्ग रोज दुर्दशा का शिकार हो रहा है।