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रीवा की कंबल गर्ल्स- दनभर काम करतीं, रात में 12 से 3 बजे तक ठंड में ठिठुर रहे लोगों का बनीं सहारा

  • 08 Mar 2022

रीवा।  दिल्ली में जॉब के दौरान 2015 में एक दोस्त की बर्थडे पार्टी से गल्र्स का ग्रुप लौट रहा था। एक बच्ची अपनी मां के साथ कड़ाके की ठंड में फुटपाथ पर ठिठुरती दिखी। यह दृश्य बड़ा ही मार्मिक था। बच्ची की वेदना सही नहीं गई। सभी गल्र्स ने अपने-अपने स्टॉल निकालकर उस बच्ची को ढक दिया। दूसरे दिन मां और बच्ची को कंबल खरीदकर दिया।
इसी बीच मन में एक ख्याल आया कि क्यों न अपने शहर में गरीबों के लिए कुछ किया जाए। ऐसे में 12 से 18 लोगों ने मिलकर बेनिसन हेल्पिंग सोशल वेलफेयर सोसाइटी बनाई। इसके जरिए ज्यादातर कामकाजी महिलाएं और गल्र्स एकजुट हुईं। सभी दिनभर काम करती हैं। ठंड के दिनों में रात 12 बजे से 3 बजे तक शहर की मुख्य सड़कों-चौराहों पर ठंड से तड़प रहे गरीबों को कंबल देती हैं। आनंद नगर बोदाबाग निवासी 30 वर्षीय श्लेषा शुक्ला ने बताया कि एपीएस यूनिवर्सिटी से एमबीए करने के बाद दिल्ली में एचआर मैनेजर रहीं। पिछले साल इंदौर में सीनियर ऑफिस मैनेजर बनकर वापस आ गईं, लेकिन कोविड की वजह से स्थितियां बदल गईं। ऐसे में अपने होमटाउन रीवा आ गईं। यहां समाज और गरीब वर्ग के लिए मदद करना चालू किया। सबसे खास ठंड के दिनों की मदद से दिल को सुकून मिलता था। मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए दोस्तों से बात की। सभी का साथ मिला और हम कंबल वाली बन गए।
12 से 18 लोग टीम में कर रहे काम
श्लेषा ने बताया कि उनकी टीम में 12 से 18 लोग हैं। ज्यादातर ल?ड़कियां है। इनमें स्मृति केसरवानी, शालिनी शुक्ला, प्रतिमा पाण्डेय, अंजलि निषाद, प्रिया पाण्डेय, प्रतिभा शुक्ला पुलिसकर्मी, दीप्ति पटेल पुलिसकर्मी, मीनाक्षी पाण्डेय पुलिसकर्मी,? प्रिया शुक्ला पुलिसकर्मी, संध्या पाण्डेय होटलकर्मी, सौरभ शुक्ला और सतेन्द्र सिंह शामिल हैं। कोमल पाठक हाउस वाइफ होते हुए भी अपने ससुराल वालों के साथ रात में बाहर निकलती थीं।