दीक्षांत समारोह में मिली डिग्री, हेड ओपन कर मनाई खुशी
रतलाम ,(एजेंसी)। रतलाम के डॉ. लक्ष्मी नारायण पांडेय सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस का पहला बैच निकला। 150 स्टूडेंट डॉक्टर बने। काले रंग के ग्रेजुएशन गाउन और कैप पहन डॉक्टरी पेशेंट से जुड़ी सेवा की शपथ ली। दीक्षांत समारोह प्रदेश के एमएसएमई मंत्री चेतन्य काश्यप एवं मेडिकल कॉलेज के संस्थापक प्रथम डीन वर्तमान में इंदौर शासकीय मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित की उपस्थिति में हुआ। 2018 में शुरू हुई पहली बैच के 150 स्टूडेंट को एमबीबीएस की डिग्री दी गई। मंत्री चेतन्य काश्यप ने कहा कि प्रथम बैच समाज की सेवा के लिए जो तैयार हुआ है, रतलाम व मध्यप्रदेश के लिए गौरव का क्षण है। समाज के वंचित इलाकों व क्षेत्रों में जाकर सेवा की भावना से कार्य करें। यह आपके जीवन के लिए एक माइल स्टोन है। यहां आपके जीवन का निर्माण हुआ है। आप आगे चलकर इस कॉलेज का नाम रोशन करेंगे। अपने जीवन में सदैव सेवा का भाव रखें।
कॉलेज के प्रथम डीन डॉ. संजय दीक्षित ने कॉलेज के निर्माण से लेकर अब तक की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मंत्री काश्यप के साथ कॉलेज को लेकर बहुत मेहनत की। हर माह कॉलेज को लेकर काश्यप जी चर्चा करते थे। यह इसी का परिणाम है कि जितने भी मेडिकल कॉलेज बने हैं उसमें सबसे अच्छा रतलाम का मेडिकल कॉलेज है।
कॉलेज की डीन डॉ. अनीता मुथा ने रतलाम मेडिकल कॉलेज की प्रगति, उपलब्धियां एवं उसमें योगदान देने वाले व्यक्तियों का जिक्र किया। पहली बैच के सभी स्टूडेंट को एमबीबीएस की डिग्री देकर सम्मानित किया। डिग्री पाने के बाद सभी ने सभी हेड ओपन कर खुशियां मनाई। कार्यक्रम में पद्मश्री डॉ. लीला जोशी, महापौर प्रह्लाद पटेल, मनोहर पोरवाल, गोविंद काकानी, हेमंत राहोरी, कॉलेज के प्रोफेसर, स्टूडेंट तथा उनके पैरेंट्स आदि मौजूद रहे।
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रतलाम मेडिकल कॉलेज के 150 स्टूडेंट बने डॉक्टर
- 18 Nov 2024