कांग्रेस कहिन..
“कांग्रेस उम्मीदवार के सहारे व्यक्तिगत राजनैतिक लाभ के लिए भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी का नुक़सान करने के षड्यंत्र से भाजपा का होगा बड़ा नुक़सान”
-राकेश सिंह यादव
महासचिव, म.प्र.कांग्रेस कमेटी
इंदौर,राजनैतिक महत्वकांक्षा जब पूर्ण नहीं होती हैं तो अपने पराये सब दुश्मन नज़र आते हैं।
ऐसा ही दृष्य इंदौर की राजनीति में देखने को मिल रहा हैं।
प्रारंभ से इंदौर में भाजपा की राजनीति बिसात देखें तो सबसे पहले सांसद शंकर लालवानी के टिकिट का विरोध और टिकिट कटने की घोषणा खुलेमंच से की गई।
लेकिन घोषणा को भाजपा के हाईकमान ने झूठा साबित कर दिया। इसके बाद खिसियानी बिल्ली खम्बों नोचने की स्थिति निर्मित हो गई।
अब यक्ष प्रश्न था साख कैसे बचाये और भाजपा हाईकमान के सामने नम्बर कैसे बढ़ाएँ.?????
सलाहकारों द्वारा जमकर मशक़्क़त करने के बाद रास्ता निकाला की अगर शंकर लालवानी अधिक मतों से जीत गये तब केंद्र में अगर सरकार बनी तो मंत्री बनने से रोक नहीं पायेंगे ।
अगर केंद्र में सरकार बनने पर मंत्री बन गये तो कुछ लोगों का क़द कम हो जाएगा।
अब दो रास्ते निकाले गये पहला यह की मतदान कम कराने का प्रयास किया जाये तथा दूसरा यह की कांग्रेस के उम्मीदवार को सरेंडर कराने के लिए ऑपरेशन लोटस किया जायें।
कांग्रेस में कुछ ख़ास आस्तीन के सांप बिना आवाज़ वाले बम को डिफ़्यूज़ करने में सफल हो गयें।
कांग्रेस में आस्तीन के सांपो ने बम डिफ़्यूज़ करके भाजपा के एक गुट के पाले में छोड़ने के बाद भाजपा के एक गुट समर्थकों द्वारा डिफ़्यूज़ बम की उपलब्धि के क़सीदे सोशल मीडिया पर गढ़ने लगें।
लेकिन भाजपा का दिल्ली दरबार बड़ा होशियार हैं।
पहले ही प्रथम और द्वितीय चरण में भाजपा के ख़राब प्रदर्शन की खबरों ने मोदी -शाह की जोड़ी को हैरान परेशान कर रखा हैं।
भाजपा से जुड़े सूत्र बता रहें हैं की ऐसी विकट परिस्थितियों मे इंदौर में डिफ़्यूज़ बम को भाजपा की लगभग जीती हुई सीट पर लोटस ऑपरेशन करके भाजपा में शामिल कराना भाजपा हाईकमान को रास नहीं आ रहा हैं।
इस घटनाक्रम से भाजपा हाईकमान को सारे देश में भाजपा के खिलाफ नकारात्मक संदेश पहुँचता हुआ दिख रहा हैं।
जिसका बड़ा नुक़सान तीसरे और चौथे चरण के मतदान में होने की संभावना हैं।
वहीं प्रदेश एंव देश की जनता को यह भी समझ आ रहा हैं की चंद लोग स्तरहीन राजनीति करके लोकतंत्र के स्तम्भ को चकनाचूर कर रहें हैं। इससे देश में लोकतंत्र का फ़ायदा कम और नुक़सान ज़्यादा हो रहा हैं।
भाजपा हाईकमान यह बेहतर समझता हैं की स्वार्थ की राजनीति के चलते भाजपा हाईकमान के सामने अपने नम्बर बढ़ाने और भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी की संभावित जीत को घटाने की कोशिश लगातार कुछ भाजपा नेताओं द्वारा की जा रही हैं, क्योंकि अगर जीतने के बाद संभवतःअगर सरकार बने तब शंकर लालवानी मंत्री नहीं बनने देने का षड्यंत्र रचा जा रहा हैं।
यह स्वार्थ सिद्धी का सार्थक प्रयास चंद भाजपा नेताओं द्वारा किया गया हैं।
देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर सबसे अस्वच्छ राजनीति का घटिया शहर बनकर देश के सामने आया हैं।
लोकतंत्र की मर्यादाओं को तारतार करके इंदौर के मतदाताओं की आत्मा को छलनी कर दिया हैं।
इंदौर के इतिहास में आज का दिन लोकतंत्र की प्रकिया को कलंकित करने के लिए हमेशा याद रखा जाएगा।
सोशल मीडिया से साभार