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जबलपुर

लुटेरी दुल्हन ने दो साल में 7 शादियां रचाई, 4 राजस्थान तो 3 एमपी में; जेवरों के साथ मिलता था 15-20 हजार रु. हिस्सा

  • 03 Feb 2022

जबलपुर।  नाम- उर्मिला अहिरवार। उम्र- 28 साल। पढ़ाई- आठवीं तक। शादी-7 बार, 4 राजस्थान और 3 मध्यप्रदेश में। काम-दुल्हन बनकर लूटना। हिस्सा-जेवर और 15 से 20 हजार रुपए हर लूट में। यह प्रोफाइल है मध्यप्रदेश के जबलपुर की लुटेरी दुल्हन की। इस काम में पूरी गैंग लगी रहती। कोई मौसा तो कोई फूफा बनता। पड़ोस की महिला बुआ और मौसी बन जाती।
कहानी की शुरुआत 8 साल पहले जबलपुर के धनवंतरी नगर के साईं कॉलोनी से शुरू होती है। यहां की युवती उर्मिला अहरिवार की 20 साल की उम्र में पहली शादी अजय अहिरवार से हुई। अजय की अचानक मौत हो गई। तब से वह मायके आकर रहने लगी। पिता प्रभु अहिरवार और मां बसंती अहिरवार मजदूरी करते हैं। उर्मिला सिलाई करके अपना खर्च चलाने लगी।
पड़ोसी महिला से मुलाकात और बन गई गैंग
इसी दौरान भागचंद कोरी से चंडी मेला में मुलाकात हुई और दोनों में प्यार हो गया। उर्मिला के पड़ोस में ही अर्चना बर्मन रहती है। दो साल पहले उर्मिला की मुलाकात अर्चना ने श्याम से कराई। श्याम भी गंगानगर में रहता है। इस गैंग में एक और एंट्री हुई, जिसका नाम था- अमर सिंह पटेल। सभी को रुपयों की जरूरत थी। इसलिए लुटेरी दुल्हन की गैंग बनाई। अमर सिंह पटेल और श्याम दलाल की भूमिका में थे। वे उम्रदराजों की तलाश करते, जिनकी शादी नहीं हो रही थी।
पहला शिकार- जयपुर में: गैंग ने पहला शिकार 35 साल के विजय को बनाया। विजय की काफी समय से शादी नहीं हो रही थी। दो साल पहले श्याम ने शादी का प्रस्ताव रखा। उर्मिला से विजय की शादी हो गई। ये रिश्ता चार महीने तक चला। उर्मिला मौका देखकर जेवर और नकदी लेकर मायके आ गई। उसने पति पर प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए तलाक का केस लगा दिया है।
दूसरा शिकार- सागर: श्याम ने ही अर्चना के साथ मिलकर दूसरी शादी सागर में कराई। यहां वह 15 दिन रही। वह जेवर आदि लेकर मायके चली आई। उसे इस शादी के एवज में 22 हजार रुपए मिले थे।
तीसरा शिकार- दमोह: गैंग ने दमोह के पथरिया में मोमावली नाम के 38 साल के युवक से शादी कराई। ये शादी भी 15 दिन की रही। जेवर और पैसे लेकर वह मायके चली आई। इस शादी के एवज में उसे 17 हजार रुपए मिले थे।
चौथा शिकार- राजाखेड़ा राजस्थान: गैंग ने उसकी चौथी शादी राजस्थान के राजाखेड़ा में कराई। यहां भी दूल्हे की उम्र 35 पार थी। वह 15 दिन रही। गहने और जेवर लेकर फरार हो गई।

पांचवां शिकार- धौलपुर:उर्मिला अहिरवार ने पांचवां दूल्हा राजस्थान के धौलपुर में तलाश किया। यहां भी शादी के 15वें दिन गहने और नकदी लेकर फरार हो गई।
छठवां शिकार- जयपुर: गैंग ने एक बार फिर जयपुर में डेरा डाला। यहां पर एक दूल्हे की तलाश की गई। 2 जनवरी को शादी हुई और पुरानी स्क्रिप्ट की तरह वह 15 दिन में भाग गई।
7वां शिकार जबलपुर में और फंस गई
सातवां शिकार भीमगढ़ छपरा सिवनी निवासी 41 साल के दशरथ पटेल को बनाया। मंगलवार को कोर्ट स्थित मंदिर में शादी के कुछ देर बाद गहने और नकदी लेकर उर्मिला भाग गई। उसकी पड़ोस की अर्चना बर्मन पकड़ी गई और पूरी गैंग का खुलासा हो गया।
दूल्हे का टूटा अरमान, पहली शादी में मिला धोखा, अब की तौबा
उधर, लुटेरी दुल्हन के शिकार बने भीमगढ़ छपरा सिवनी निवासी दशरथ पटेल के अरमान ही टूट गए। 41 वर्ष की उम्र में पहली बार शादी होने जा रही थी। पर लुटेरी गैंग का शिकार बनने के बाद उसने शादी करने से ही तौबा कर ली। बोला कि वह ऐसे ही ठीक है। शादी के बाद भागी होती, तो उसकी रही-सही इज्जत भी चली गई होती। गिरोह ने दशरथ पटेल से 35 हजार रुपए, मंगलसूत्र, पायल और कपड़े आदि लिए थे। पुलिस अब तक 19 हजार 500 रुपए, मंगलसूत्र, 4 मोबाइल व बाइक जब्त कर चुकी है।