कांग्रेस बोली- छंटनी शुरू; बीजेपी ने कहा- हर तरह का भ्रम दूर हो चुका
सागर। सागर में लाड़ली बहना योजना का लाभ छोडऩे के आदेश पर राजनीति गरमा गई है। मामले ने तूल पकड़ा तो 11वें दिन यह आदेश निरस्त करना पड़ा। कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाते हुए नई सरकार को घेर लिया है।
एमपी कांग्रेस के एक्स हैंडल से लिखा गया, लाड़ली बहना योजना में छंटनी शुरू। धीरे-धीरे सरकार योजना बंद करने की तैयारी में, लाड़ली से ठगी आने लगी सामने, हे सरकार! बंद करो ठगी का कारोबार।
लाड़ली बहना का लाभ छोडऩे के आदेश की कॉपी शुक्रवार को सामने आई। आदेश 4 दिसंबर का है। आदेश परियोजना अधिकारी, महिला एवं बाल विकास (सागर ग्रामीण-2) ने जारी किया। इसमें पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और स्व सहायता समूह के अध्यक्ष, सचिव व सदस्य को चेतावनी दी गई है कि अगर शासन की शर्तों के विपरीत लाभ ले रहे हों तो 15 दिन में छोड़ दें। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।
शुक्रवार को सागर कलेक्टर के एक्स हैंडल पर इस आदेश को निरस्त करने की जानकारी दी गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी (महिला एवं बाल विकास) की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि आदेश तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाता है।
भाजपा ने कहा- कांग्रेस विपक्ष में रहकर काम करने के लिए खुद को तैयार करें
भाजपा के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल का कहना है कि अगर किसी निचले अधिकारी ने गलत आदेश किया और शासन से निर्देश जारी न होने के कारण उससे वरिष्ठ अधिकारी ने आदेश को निरस्त कर हर तरह का भ्रम दूर कर दिया है तो फिर इस तरह के मामले में किसी तरह के बयान की जरूरत नहीं होती है। कांग्रेस सब्र करे और विपक्ष में रहकर काम करने के लिए खुद की भूमिका को तैयार करे।
कांग्रेस ने कहा - षड्यंत्र और साजिश से बचें मोहन यादव
कांग्रेस के प्रवक्ता सैयद जाफर ने लिखा, मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कांग्रेस की सलाह को माना और अपने खिलाफ हो रही साजिश को पहचाना। लाड़ली बहनाओं को सरकारी योजना से वंचित करने का आदेश रद्द करने के लिए आपका शुक्रिया। साफ है कि ष्टरू की इमेज बिगाडऩे वाले लोग सिस्टम में सक्रिय हैं। विशेष गिरोह पुरानी सरकार को बेहतर, मोहन यादव को पैराशूट सीएम बताने का षडय़ंत्र कर रहा है। शिवराज की बेदखली के बाद महिलाओं के मोहन यादव से नाराजगी की साजिश भाजपा और सरकार का कौन सा गुट जारी कर रहा। इसलिए आपको सलाह देने का फर्ज भी है कि सिस्टम और भाजपा में ही बैठे षडय़ंत्रकारियों से बचें।
आदेश नया नहीं, लेकिन परियोजना अधिकारी ने अस्पष्ट आदेश जारी किया
महिला बाल विकास अधिकारी ब्रजेश त्रिपाठी का कहना है कि लाड़ली बहना के पोर्टल में पहले से ही है कि जो भी लाभ छोडऩा चाहते हैं, छोड़ सकते हैं। इसी के संदर्भ में परियोजना अधिकारी ने आदेश जारी किया। लेकिन, यह आदेश अस्पष्ट था, इसीलिए इसे निरस्त करना पड़ा। दरअसल, परियोजना अधिकारी को आदेश में पोर्टल की जानकारी देना था कि जो पहले से व्यवस्थाएं हैं, उसके तहत यह व्यवस्था की जा रही है। कोई नई व्यवस्था नहीं है, न ही कोई नया निर्देश है। जो अपात्र है, वो इसे छोड़ सकता है।
योजना निश्चित तौर पर चलेगी-शिवराज सिंह चौहान
गुरुवार को विदिशा पहुंचे पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने कहा था- लाड़ली बहना के बाद लखपति बहना का सफर तय करना है। उसके लिए मैं लगातार काम करता रहूंगा। मुख्यमंत्री नहीं हूं, फिर भी मैं आपके साथ खड़ा रहूंगा। आपके पीछे खड़ा रहूंगा। तुम्हारा भाई तुम्हारे लिए सब करने में सक्षम है। लाड़ली बहना योजना के आगे चलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना जैसी योजना, जिसने बहनों की किस्मत बदली, वह निश्चित तौर पर चलेगी।
सागर
‘लाड़ली बहना’ पर गमाई राजनीति, योजना का लाभ छोडऩे का आदेश, बाद में निरस्त
- 16 Dec 2023