इंदौर। वर्तमान में बढते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से पुलिस द्वारा लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी अनुक्रम में बुधवार को अति पुलिस उपायुक्त क्राइम राजेश दंडोतिया रेडिएंट इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट एंड साइंस पहुंचे।
सायबर अवेयरनेस के तहत आयोजित कार्यक्रम में एडीशनल डीसीपी ने कार्यशाला में उपस्थित करीब 175 स्टूडेंट्स को वर्तमान समय के विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों की जानकारी देते हुए, उन्हें पुलिस के पास आने वाली साइबर अपराधों की शिकायतों की केस स्टडी के आधार पर विभिन्न प्रकार के साइबर फ्राड,फाइनेंशियल फ्राड ,ई-कॉमर्स वेबसाइट द्वारा किए जाने वाले फ्राड,फर्जी लोन ऐप्प और निवेश आदि के लुभावने आफर वाले, डिजिटल अरेस्ट तथा सोशल मीडिया पर किये जाने वाले आदि विभिन्न साइबर अपराधों की जानकारी दी तथा साइबर अपराध होने पर हेल्पलाइन.1930 एनसीआरपी पोर्टल तथा इंदौर पुलिस की साइबर हेल्पलाइन 7049124445 आदि पर किस प्रकार शिकायत करें तथा पुलिस इन पर किस प्रकार कार्यवाही करती है और साइबर अपराधों से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखें आदि के संबंध में प्रैक्टिकली समझाया।
’उन्होंने सभी से कहा कि हम लोग आजकल ज्यादा से ज्यादा काम डिजिटल रूप में ऑनलाइन काम कर रहे हैं। सभी अपनी आर्थिक स्थिति को अच्छी करने के लिए विभिन्न आय के साधनों जैसे. निवेश या ऑनलाइन वर्क कर अथवा लोन आदि के माध्यम से करना चाहते है। इसी का फायदा उठाकर साइबर अपराधी विभिन्न लुभावने आफर और अप्रत्याशित लाभ कमाने के लिए फेक कॉल्स व फर्जी लिंक भेजकर हमें अपने जाल में फंसाने के प्रयास में रहते हैं। कई बार विभिन्न प्रकार का डर दिखाकर भी फ्राड करते है। इसलिए हम जागरूक और सतर्क रहकर पूरी सावधानी के साथ सोशल मीडिया और ऑनलाइन फाइनेंशियल काम करें ,फर्र्जी कॉल व लिंक से बचकर रहें तथा अपनी निजी जानकारी किसी से भी शेयर नहीं करें ।
इंदौर
लालच से बचकर बचे साइबर क्राइम से
- 12 Dec 2024