मांग पूरी होने से मध्य क्षेत्र को ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत
इंदौर। पिछले सात वर्षों से लगातार लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के लिए स्टापेज बनाने की मांग कर रहे पश्चिम रेलवे मुंबई झोन की रेलवे उपभोक्ता सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य कमलेश खंडेलवाल ने रेल मंत्री एवं रेलवे बोर्ड के अधिकारियों को पत्र लिखकर उन्हें बताया है कि लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन को स्टापेज बनाने से शहर की 700 कालोनियों के 12 लाख से अधिक लोगों को राहत मिल सकेगी, वहीं शहर के मध्य क्षेत्र में जाम से मुक्ति मिलेगी और शहर को यातायात व्यवस्था में नंबर वन बनाने का मार्ग भी खुल जाएगा।
खंडेलवाल ने बताया कि लक्ष्मीबाई नगर रेलवे पर स्टापेज की मांग को लेकर 15 जुलाई 2018 को रेल रोको आंदोलन भी किया जा चुका है जिसके समर्थन में हजारों जनता ने भाग लिया था उन्होंने बताया कि उज्जैन और बायपास से आने वाले लोग द्वह्म् 4 से और पश्चिम क्षेत्र से आने वाली जनता बाणगंगा से रेलवे पर सुगमता से पहुंच सकती है
खंडेलवाल ने बताया कि बाणगंगा से चढऩे वाले रेलवे फ्रूट ब्रिज का काम ठेकेदार 2016 में बीच में छोड़ गया था तब इसको वापिस से लाकर फ्रूट ब्रिज का काम पूरा कराया जिसके कारण आज बाणगंगा से चढऩे वाले लोग को आसानी हुई।
खंडेलवाल ने बताया कि लगातार सात वर्षों के मेराथन प्रयासों के बावजूद अब तक रेलवे मंत्रालय ने इस मांग की ओर ध्यान नहीं दिया है, इसलिए अब इसे जन चेतना अभियान और जन समर्थन नाम दिया गया है। यह ऐसा अभियान होगा, जिसे वे अपनी मांग पूरी होने तक चलाएंगे। सभी तरह के प्रयासों में विफल रहने के बाद खंडेलवाल ने इसे अंतिम विकल्प बताया है। उन्होंने अपनी इस मांग के समर्थन में लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन से जुड़े क्षेत्रों की 700 कालोनियों की सूची भी तैयार की है, जिसमें बाणगंगा, कुशवाह नगर, संगम नगर, एयरपोर्ट रोड, मरीमाता, राजनगर, नगीन नगर, मल्हारगंज, बड़ा गणपति, परदेशीपुरा, नंदानगर, क्लर्क कालोनी, विजय नगर, स्कीम 78, स्कीम 54 एवं स्किम 74 से लेकर सांवेर रोड और सांवेर शहर तक के रहवासी एवं उज्जैन जाने वाले यात्रियों को भी शामिल किया है, क्योंकि उज्जैन जाने वाले लोग एमआर-4 से आसानी से पहुंच सकेंगे। मध्य इंदौर शहर में यातायात का दबाव निरंतर बढ़ता जा रहा है। रेलवे स्टेशन के पास सियागंज, सरवटे बस स्टैंड, शास्त्री ब्रिज एवं आसपास के क्षेत्रों में रेलों के आवागमन के समय हमेशा जाम लगा रहता है। यदि बनारस, बैंगलुरू, भोपाल एवं अन्य शहरों की तरह इंदौर में भी दो रेलवे स्टेशन बन जाएं और वहां सभी ट्रेनों के स्टापेज बना दिए जाएं तो देश के सबसे स्वच्छ शहर पर लगा यातायात जाम वाले शहर का लांछन मिट सकता है। लक्ष्मीबाई नगर को स्टापेज बनाने से इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे और होटल व्यवसाय, पर्यटन, रिक्शा, टैक्सी, बस तथा अन्य व्यवसायों को भी मदद मिलेगी और यात्री सुविधाएं भी मिल सकेंगी। अपनी इस मांग के समर्थन में शहर के आम नागरिकों, प्रबुद्धजनों और जन प्रतिनिधियों से सहयोग का आग्रह किया है। इस दिशा में पहले चरण में सभी जन प्रतिनिधि, समाजों के पदाधिकारी, संत महात्मा और अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों के पास पहुंचकर जन चेतना अभियान के लिए समर्थन की गुहार की जाएगी और जन सहयोग से इस मांग को पूरा कराने हेतु पुरजोर प्रयास किए जाएंगे।
इंदौर
लक्ष्मीबाई नगर को रेलवे स्टापेज बनाने की बरसों पुरानी मांग
- 26 May 2023