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इंदौर

विदेश में जॉब के नाम पर ठगी, कंपनी बंद कर हुए फरार, पंजाब के युवक-युवती की तलाश

  • 13 Jun 2024

इंदौर। एक प्रोफेसर के साथ करीब ड़ेढ दर्जन लोगो से ठगी करने के मामले में क्राइम ब्रांच ने पंजाब के युवक ओर युवती के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपियों ने लाखो रूपए अपने अंकाउट में डलवाए ओर कंपनी बंद कर फरार हो गए। पीडि़ता फ्लाईट से जानकारी लेने चंडीगढ़ तक पहुंची। लेकिन पता चला कि आरोपी यहां से कंपनी बंद कर फरार हो गए। इस मामले में जांच के बाद क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज कर लिया है।
एडीशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के मुताबिक नेहा शर्मा निवासी महालक्ष्मी नगर की शिकायत पर अनुज उर्फ नीरज कुमार पुत्र किशन शर्मा निवासी धोबीयाना रोड़ भटिडा पंजाब ओर सिमरन वर्मा उर्फ वंदना निवासी माया गार्डन जीराकपुर शाहिजाबाद पंजाब के खिलाफ नौकरी के नाम पर 12 लाख रूपए ठगने के मामले में केस दर्ज किया गया है। नेहा ने बताया कि परिचित महिला के माध्यम से सिमरन से सितंबर 2019 में उसकी पहचान सिमरन से हुई थी। उसने खुद को इन्फनिटी ग्रो साल्युशन मेरी लैंड होटल के पास चंडीगढ़ रोड़ की प्रतिनिधी बताया ओर कहां कि कंपनी विदेशों में नौकरी दिलाने का काम करती है।
नेहा को यह विश्वास दिलाया गया कि अगर आप ऐसे लोगो को कंपनी की तरफ के लिये सलाह कर लाती है तो 12 प्रतिशत कमीशन आपको दिया जाएगा। इसके साथ ही भेजने वालो की ट्रेंनिग से लेकर वहां तक का खर्च कंपनी वहन करेगी। इसके बाद नेहा का अनुज ने मोबाइल पर इंटरव्यू लिया ओर कहां कि आपका सिलेक्शन कंपनी के लिये हुआ है। इसके बाद नेहा ने अपने परिचित लोगो से संपर्क किया। जो विदेश नौकरी पर जाना चाहते थे। सबके डॉक्यूमेंट लेकर अनुज को भेजे। इसके बाद अक्टूबर 2019 में अनुज इंदौर आया।
 उसने नेहा से मिलकर कुछ रूपए अपने पास रखे वही बाकि पेमेंट ऑनलाईन अंकाउट में ट्रासफर करवा दिए। ऐसे करीब 18 लोगो के डॉक्यमेंट उन्होंने ऑनलाईन लिए। इसके लिये लोगो ने अलग अलग मतो की फीस बताई। नेहा ने अफसरों को बताया कि फरवरी 2020 तक उसके द्वारा सभी पेमेंट अनुज ओर सिमरन को कर दिए गए। उनके द्वारा बताया गया कि सभी के वीजा उनके पते पर आ जाएगें। करीब 15 दिनों तक अनुज ओर सिमरन की तरफ से कोई जबाव नही आया।
नेहा ने जब इस मामले में दोनो के नंबरो पर कॉल किया तो वह स्वीच आफ आने लगे। मार्च 2020 में उसे लोगो ने तकादा लगाया तो वह फ्लाईट से चंडीगढ़ आफिस के पते पर पहुंची। यहां चौकीदार ने बताया कि कंपनी पहले यही थी। लेकिन देा दिन पहले खाली कर कही ओर चले गए। कोविड कॉल में भी ढूंढती रही प्रोफेसर नेहा पुलिस को बताया कि मार्च 2020 से कोविड का कॉल शुरू हो गया। करीब दो सालो तक सभी गिितवधी बंद सी हो गई। इसके बाद भी वह उसे ढूंढती रही। लेकिन उनकी जानकारी नही लगी। कोरोना काल खत्म होने के बाद अफसरों से बात कर मामले में शिकायत की। अफसरो के मुताबिक इसकी जांच के बाद पुलिस ने आरोपियों पर केस दर्ज किया है।