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इंदौर

विधानसभा चुनाव 2023 - सख्ती का शहर में दिख रहा असर ... एक्शन मोड में पुलिस

  • 03 Nov 2023
  • गुंडे-बदमाशों की आई शामत
  • कई दिनों से चल रहे अभियान से अपराधियों में खौफ

इंदौर। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने सख्त रूप अख्तियार कर लिया है। इसके चलते चुनाव के लिए मतदान तारीख की घोषणा होने के पूर्व ही पुलिस ने जिले मे गुंडों, बदमाशों की धड़पकड़ शुरू कर दी थी। पुलिस की इस सख्ती का असर अब दिखने भी लगा है और अधिकांश बदमाश या तो भूमिगत हो गए हैं या फिर अपराधों से तौबा कर रहे हैं।  देखा जाए तो चुनाव के चलते पिछले कई दिनों से चल रहे अभियान से अपराधियों में पुलिस का खौफ दिखाई दे रहा है।
दरअसल विधानसभा चुनाव को लेकर जहां राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई और हर पार्टी के नेता चुनाव मैदान में उतरकर अपनी-अपनी पार्टी के पक्ष में मतदान कराने को जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं, वहीं चुनाव आयोग के निर्देश पर जिला प्रशासन और निर्वाचन अधिकारी दिन रात एक कर चुनावी तैयार कर रहे हैं। चुनाव में शांतिपूर्ण मतदान को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के चलते पुलिस भी एक्शन मोड में आ गई है। पुलिस का यह एक्शन शहर के गुंडे-बदमाशों, अपराधियों और असामाजिक तत्वों के लिए है, जिसके चलते अब इनकी शामत आ गई है।
लगातार कस रहे शिकंजा
चुनाव में सुरक्षा वयवस्था के चलते पुलिस ने बदमाशों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर के निर्देश पर शहर के सभी थाना क्षेत्रों में बदमाशों की धरपकड़ की जा रही है। अपराधियों से बांड ओवर भरवाए जा रहे हैं। वहीं डोमिनेशन मार्च निकालने के साथ ही गुंडे-बदमाशों पर नजर रखी जा रही है कि वह इन दिनों क्या कर रहे हैं। पुलिस की सख्ती का असर यह है कि अधिकांश बदमाश या तो अब दिखाई नहीं देते हैं या फिर अपने अपराधिक काम लगभग बंद ही कर दिए हैं।
तड़ीपार करने वालों की बनाई सूची
पुलिस आपराधिक तत्वों का ज्यादा संख्या में जिलाबदर (तड़ीपार) करने तैयारी में है। 8 या इससे अधिक अपराध वाले बदमाशों की सूची बनाई गई है। करीब ढाई लोगों को जिलाबदर करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने लगातार अपराध करने वालों की निगरानी शुरू कराई है। सभी डीसीपी से उनके क्षेत्र के ऐसे बदमाशों की सूची ली गई है, जिन पर 8 अथवा उससे ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। आमतौर पर गंभीर अपराध करने वाले बदमाशों पर रासुका-जिलाबदर की कार्रवाई होती है। बताया जाता है कि कमिश्नर के पास सभी थानों से 246 बदमाशों की सूची मिली है, जिन्हें जिलाबदर करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस साल 90 बदमाशों को जिलाबदर किया जा चुका है। 146 की प्रक्रिया विचाराधीन है। अन्य मामले में भी जल्द कार्रवाई शुरू होगी।
विधानसभाओं की सीमा पर चौकसी बढ़ाई
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इंदौर जिले की 9 विधानसभाओं की सीमा पर अब और अधिक चौकसी बढ़ाई जा रही है। इन सीमाओं से शराब, पैसा सहित चुनाव प्रभावित करने वाले सामग्रियां लाना ले जाना आसान नहीं होगा। चेक पोस्ट पर जिला निर्वाचन कार्यालय कैमरे से लैस कर रहा है। इसके लिए करीब 35 कैमरे लगाए गए। जिनसे 24 घंटे लाइव मानिटरिंग भी हो रही है। इंदौर जिले की 9 में से 8 विधानसभाएं खर्च के मामले में संवेदनशील मानी जा रही हंै। इन विधानसभाओं में एसएसटी (फ्लाइंग स्क्वॉड) और एफएसटी (स्थेटिक दल) टीमें भी अतिरिक्त तैनात की गई है। इन संवेदनशील विधानसभाओं में नेता मतदाताओं को प्रभावित न कर सकें, इसके लिए अधिक सतर्कता बरती जा रही है।
काले धन का उपयोग रोकने कसावअ
चुनाव में काले धन के उपयोग को रोकने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कसावट की जा चुकी है। वहीं बड़े ट्रांजेक्शन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इतना ही नहीं मतदाताओं को डराने या उन्हें अवैध रूप से धनराशि, शराब या अन्य कोई उपहार देकर प्रभावित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। जिले की सीमाओं व नाकों पर एसएसटी (स्थेटिक दल) 24 घंटे ऐसी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखेगी। साथ ही वाहनों की सघन जांच कर अवैध धनराशि, शराब व उपहार जब्त करने की कार्रवाई भी इन दलों द्वारा की जा रही है।
तस्करों पर कस रहे शिकंजा
नशे के खिलाफ पुलिस जहां मादक पदार्थों की तस्करी और अवैध हथियारों की तस्करी करने वालों के खिलाफ ऑपरेशन प्रहार अभियान चला रही है, वहीं अब मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए नया एक्शन प्लान पुलिस ने बनाया है। दरअसल देखने में आ रहा है कि नशे के सौदागरों पर लगातार शिकंजा कसते हुए उन्हें जेल की सलाखों के पीछे धकेलने के बाद भी शहर में जगह-जगह पर नशेडिय़ों को ब्राउन शुगर, चरस, अफीम सहित नशा मिल रहा है। इसे देखते हुए नए एक्शन प्लान में अब तस्करों का नेटवर्क खंगालकर उसे ध्वस्त किया जाएगा। पुलिस द्वारा नए एक्शन प्लान मेंएक्टिव पैडलर्स का डाटा बैस तैयार करने के साथ गोपनीय शिकायतों पर कार्रवाई की जा रही है। तकनीकी जांच के आधार पर देश-विदेश से ड्रग्स लाकर शहर में खपाने वाले बदमाशों का नेटवर्क खंगाला जा रहा है। जिन स्थानों पर नशे की पुडिय़ा बिक रही हैं, वहां पुलिस टीम तैनात की है।
5 सौ ड्रग्स पेडलर की सूची बनाई
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बीते 4 साल में ब्राउन शुगर की खरीद-फरोख्त में पकड़ाए तस्करों की सूची तैयार की है। हर साल आरोपियों की संख्या और जब्त ब्राउन शुगर में इजाफा हुआ है। इससे अनुमान लगा सकते हैं कि शहर में किस पैमाने पर ड्रग्स बिक रही है। 500 ड्रग्स पैडलर्स की सूची बनाई है। पता लगाया जा रहा है कि इनसे कौन लोग जुड़े हैं, कहां सक्रिय हैं? इन पर तकनीकी रूप से भी नजर रख रहे हैं। पकड़ाए आरोपियों में से 25 प्रतिशत बदमाश आदतन अपराधी हैं। जेल से छूटने के बाद वे फिर से यह अपराध करते हैं।