विधायक और वार्ड क्रमांक 75 और 77 के पार्षदो की लडाई के बीच फंसी जनता भावना नगर की जनता सालो से परेशान हैं
ना रोड - ना पानी बस पार्षदो की मनमानी
GR@यशवंत पवार
इन्दौर। खंडवा रोड स्थित भावना नगर की जनता सालो से दो वार्ड दो पार्षद के बीच फसी हुई है ,, ना काम होता है और ना ही पर्षाद आते है । जनता कहती है दोनो ही पार्टी के लोग निष्क्रिय है , पिछ्ले 22 सालो मे यहाँ कुछ काम नही हुए। भाजपा के पार्षद और कांग्रेस के विधायक जीतू पटवारी के बीच तालमेल सिर्फ भ्रष्टाचार के लिये ही है शायद इसी का गोल माल भावना नगर वार्ड 75 और 77 मे देखने मिल रहा है ।
भावना नगर बस्ती एक है लेकिन ये दो पार्षदो के बीच बटी है जहा बारह महिने ड्रेनेज चोक रहता है सड़के खराब रहती है। नगर निगम के ज़ोन क्रमांक 19 और 13 के आला अधिकारी भी यहा के लोगो को घुमाते रहते है।और जोन अधिकारी भी नेता नगरी की मिलीभगत में शामिल रहते हैं।
निष्क्रिय विधायक जीतू पटवारी के बोल--राऊ विधानसभा मेरा परिवार - फिर भी अन्याय क्यो?
वैसे तो कांग्रेस के दिग्गज नेता जीतू पटवारी एक बेहद महान हस्ती है पर सिर्फ राजनीति मे, जनता के काम उनके लिये बोझ साबित हो रहे है। और यही कारण है की भावना नगर की जनता उनसे ना खुश है । वैसे तो विधायक जीतू पटवारी कुछ महिने मंत्री भी रहे है लेकिन उनकी विधानसभा के पार्षद हमेशा से ही निष्क्रिय रहे है ।क्या कारण रहा है की विधायक रहते हुए भी इनके कार्य कही नजर नही आरहे है ,, भावना नगर की जनता सालो से परेशान है और इनकी परेशानी का जायजा लेने के लिये विधायक जीतू पटवारी कभी दिखाई नही दिये।
इसी तरह भाजपायी पार्षद पुष्पपेन्द्र सिंह चौहान और पार्षद पुष्पा बसंत पारगी,दोनो भी निष्क्रिय है और चुनाव के बाद उनकी बैठक सिर्फ उनके निवास स्थान मे ही होती है । दोनो ही पार्षदो ने विकास के नाम पर भावना नगर की जनता को सिर्फ धोखा दिया है । ड्रेनेज हो या फिर सडक या फिर हो बिजली कोई सुविधा भावना नगर मे नही है ,,ड्रेनेज लाईन से जनता इतनी परेशान है की बारिश आने पर 3 फिट पानी से जनता को गुजरना पडता है । नर्मदा लाईन भी बंद है और स्ट्रीट लाईट भी ,, जनता से टैक्स तो लिया जाता है पर प्रशासन हो या फिर जनप्रतिनिधि दोनो के कार्य भावना नगर मे नही हो रहे है ।
जनता का कहना है की 75% दलितो के विकास के लिये सरकार देती है तो क्या 25% जनप्रतिनिधि नही मिला सकते । बात तो कुछ ऐसी है की जनप्रतिनिधि भी सरकार से ही पैसा पास करवाते है तो पैसा जाता कहा है । जब कार्य नही हो रहे तो इतता पैसा कहा गया ?
एक तरफ सत्संग आश्रम द्वारा दीवार खडी कर दी गयी है ,, और दूसरी ओर कॉलोनईजर द्वारा कालोनियाँ काटी गई है। जिससे वहाँ के दोनो मुक्तिधाम बंद हो चुके है। जनता ने पूर्व मंत्री जीतू पटवारी से भी गौहार लगायी थी पर,मंत्री बनने पर भी विधायक कुछ नही कर पाए।
आखिर कब तक गोहार लगाती रहेगी भावना नगर की जनता , कब होगा इनकी समस्या का निराकरण , कब जागेगा प्रशासन , कब आएंगे विधायक जीतू पटवारी ,और क्या जनता अब इन निष्क्रिय पार्षदो को चुनेगी।और शासन प्रशासन की क्या भूमिका रहेगी।
बॉक्स-शहर में कई कालोनियाँ और बस्तियाँ ऐसी है,जो इन्दौर शहर के चार बार नंबर वन की पोल खोलती नजर आती है।जहाँ गंदगी का जीवन जीने के लिये मजबूर है लोग,इनमे से ही एक भावना नगर बस्ती है।
DGR विशेष
विधायक जीतू पटवारी के बोल "राऊ विधानसभा मेरा परिवार, तो फिर दलितो के साथ अन्याय क्यो"? ?
- 04 Oct 2021