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इंदौर

विपक्ष को मुद्दा उठाने का मौका नहीं देती सरकार -साधौ

  • 14 Aug 2021

इंदौर। प्रदेश की शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार केवल जुमलों व सौदेबाजों वाली सरकार है जो हर मोर्चे पर नाकायाब रही है खासकर कोरोना नियंत्रण के मामले में। इसके अलावा महंगाई, अपराध, महिला अत्याचार भी बढ़े हैं। पेट्रोल, डीजल व तेल के भाव तो आसमान छू रहे हैं। आदिवासियों के मामले में भी तानााशाही चल रही है। फिर जब विपक्ष ऐसे मुद्दे विधानसभा में उठाना चाहता है तो सत्र चलने नहीं दिया जाता। इस बार सरकार ने चार सत्र पूरी तरह चलने नहीं दिए। शिवराजसिंह सरकार इन मुद्दों से भागना चाहती है।
यह बात पूर्व मंत्री व इंदौर कांग्रेस प्रभारी डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ ने शुक्रवार को पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि विधानसभा एक तरह से लोककतंत्र का मंदिर है जहां नुमाइंदों (विधायकों) को जनता की नुमाइंदी करने का मौका दिया जाता है लेकिन मौजूदा सरकार इससे बचना चाहती है। अकसर कहा जाता है कि विपक्ष कमजोर है, वह अपनी बात मजबूती से नहीं उठाता लेकिन स्पष्ट करना चाहती हूं कि विपक्ष बहुत मजबूत है। कमननाथ के नेतृत्व में उसकी आवाज दमदार है लेकिन आवाज को दबाया जाता है। फिर चाहे वह सत्ता के गलियारा हो या विधानसभा में। कोरोना काल में मीडिया ने बेखौफ होकर सरकार को जो आईना दिखाया वह प्रदेश व देश में तारीफे काबिल है। इसी आधार पर कांग्रेस विधानसभा में मामले उठा रही है लेकिन सरकार सत्र नहीं चलने देना नचाहती।
विपक्ष अंधी बहरी-गूंगी सरकार को जगाएगा
साधौ ने कहा कि 2010 से 2014 तक मैं राज्यसभा सांसद रही। उस दौरान मनमोहनसिंह के नेतृत्व वाली सरकार थी। तब लोकसभा में 61 फीसदी तथा राज्यसभा में 66 फीसदी सत्र नहीं चला। तब भाजपा के अरुण जेटली व सुषमा स्वराज के ही वक्तव्य थे कि लोकतंत्र की जीत हुई, विपक्ष की जीत हुई कि हमने सत्र चलने नहीं दिया। अब आपकी (भाजपा) की बारी आई तो ऐसा क्यों? सत्र चलाने जवाबदारी सरकार की है। विपक्ष तो अपने मुद्दे उठाएगा और अंधी बहरी-गूंगी सरकार को जगाएगा। विपक्ष ने अपना काम किया लेकिन सरकार भागना चाहती है।