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सागर

व्यापारी कर रहे आंदोलन की तैयारी

  • 19 Nov 2022

सागर। शहर के कैंट मॉल के बुरे हाल हैं। सबसे जरूरी फायर सेफ्टी सिस्टम ही सालों से खराब है। यदि इतने बड़े मॉल में आग सुलग जाए तो इस पर काबू पाना मुश्किल हो जाएगा। यहां के दुकानदार भयभीत हैं। यहां स्वचालित सीढिय़ां व सेंट्रल एसी सिस्टम भी खराब है। गंदगी और अव्यवस्थाओं के बीच दुकानदार व्यापार करने मजबूर हैं। इन तमाम समस्याओं को जब कैंट सीईओ ने नजरअंदाज कर दिया तो दुकानदारों ने प्रधानमंत्री कार्यालय तक शिकायत की। इसके जवाब में कैंट के अधिकारियों ने व्यवस्थाएं दुरुस्त बताकर पीएमओ को ही गुमराह कर दिया। अब दुकानदार आंदोलन की तैयारी में हैं।
कैंट मॉल में 144 दुकानें हैं। इनमें से 60-70 दुकानें ही चल रही हैं। 40 दुकानें कैंट के कब्जे में हैं। बाकी बंद हैं। कैंट के कब्जे वाली दुकानों की नीलामी नहीं हो पाई और जो संचालित हैं वे बंद होने की कगार पर हैं। इसकी वजह मॉल में सुविधाओं का अभाव और अग्निकांड का डर। दुकानें लीज पर दी गईं थी। इसके बाद दुकान की साइज के अनुसार उनसे हर महीने किराया वसूला जाता है। कैंट जो किराया वसूल रहा है, उसी से सुविधाएं दी जा सकती हैं, लेकिन मॉल की दुर्दशा को लेकर कैंट के अधिकारी संजीदा नहीं है।
मॉल के दुकानदार कैंट सीईओ पर मॉल की अनदेखी और पीएमओ को गलत जानकारी देने जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। व्यवसायी अभिषेक जैन ने बताया कि हाल ही में कैंट सीईओ और अध्यक्ष को पत्र सौंपा गया था। जिस पर अभी कोई संज्ञान नहीं लिया गया। कैंट सीईओ द्वारा पीएमओ को भेजी गई गलत जानकारी की उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए। कैंट से ऐसे और भी मामले सामने आ सकते हैं।