इंदौर। निगम के जोन 11 में पदस्थ चपरासी ने नेहरू नगर के व्यापारी से दुकान दिलाने के नाम पर साढ़े आठ लाख रुपए ऐंठ लिए। जब व्यापारी के बच्चों को नौकरी नहीं मिली तो मामले की पोल खुली। जोन 2 के पुलिस उपायुक्त अभिनय विश्वकर्मा के अनुसार, फरियादी राकेश जोशी निवासी नेहरू नगर ने बताया कि वह व्यापारी है। उसकी कुछ माह पहले निगमकर्मी दिनेश पिता रामचंद्र गौड़ निवासी कमाठीपुरा से पहचान हुई थी। दिनेश अपने आपको जोन 11 का रिकवरी इंचार्ज बताता था। उसने कुछ दिन मुझसे कहा कि तुम्हें कारोबार करने के लिए दुकान चाहिए तो मैं कुलकर्णी भट्टा में कल्याणमिल वाली रोड पर दिला सकता हूं। चूंकि, मेरे उत्सव और महक नाम से बच्चे हैं। इसलिए मैंने सोचा कि दोनों के नाम से दुकान मिल जाएगी तो उनका कैरियर बन जाएगा। दिनेश की बातों में आकर मेरे द्वारा आठ लाख 50 हजार रुपए दिए गए। इसके बाद दिनेश ने मुझे दुकान दिलाने के बहाने निगम कमिश्नर के नाम शपथ पत्र देने, अन्य शासकीय कार्य में उपयोग आने वाले दस्तावेज मांग लिए। मुझसे यह भी कहा कि दुकान का किराया भी चुकाना होगा। पैसे देने के बाद जब मैंने दुकानों के बारे में पता किया तो मेरे होश फाख्ता हो गए। दुकानें निगम के अधीन नहीं है। न ही कोई दुकान बिकाऊ है। यह जानकारी जब मैंने दिनेश को दी तो उस गुमराह करने लगा। अब न तो पैसे दे रहा है और न दुकान दिला रहा है। परेशान होकर फरियादी ने एमआईजी थाने में शिकायत कराई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 420, 406 आदि में केस दर्ज कर लिया है।
इंदौर
व्यापारी से ठगे साढ़े आठ लाख रुपए, दुकान दिलाने का झांसा देकर ऐंठे पैसे
- 20 May 2024