यशवंत पवार
इंदौर। चुनाव का समय आया टिकट मिली और जनप्रतिनिधि आ जाते हैं, जनता को लुभाने। तरह-तरह के प्रलोभन देकर वोट तो हासिल कर लेते हैं, जीत भी जाते है, लेकिन उसके बाद जिन्होंने उनको जिताया उनके पास झांकने भी नहीं जाते। यही हाल है वार्ड 76 के रहवासियों का, जहां लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। जिसकी वजह हैं वहां की निष्क्रिय पार्षद चंद्रकला मालवीय, जिसने सिर्फ और सिर्फ अपनी रोटी सेकी है।
राऊ विधानसभा के वार्ड 76 मैं पार्षद चंद्रकला मालवीय द्वारा जनता का शोषण किया गया है, आखिर क्या रही वोट की राजनीति और क्यों गंदगी में रहने को मजबूर हैं लोग। ये हमें साफ दिखाई दे रहा है इंदौर की भूरी टेकरी पर जहां इतनी गंदगी में रहने को मजबूर है लोग।
वार्ड 76 की भ्रष्ट पार्षद चंद्रकला मालवीय 5 साल में एक भी बार रहवासियों की सुध लेने नहीं आई, वोट की राजनीति करने वाली पार्षद चंद्रकला मालवीय पर जनता ने कई तरह के गम्भीर आरोप लगाए हैं। वार्ड 76 के रहवासियों द्वारा शिकायत करने पर भी कोई कार्यवाही नहीं होती। पार्षद और विधायक जनता की समस्याओं को सुनते तक नहीं ये वही विधायक और पार्षद है जिन्होंने वोटो के लिये इन्हीं रहवासियों के आगे जाने कितने बार हाथ जोड़े थे। वार्ड 76 के भूरी टेकरी में रह रहे लोगों की और भी जन समस्याएं हैं, जिसमें भूरी टेकरी पर करीब 976 मकान प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मध्यमवर्गीय परिवार को दिए गए थे। जिसमें करीब 15 हजार लोग निवास कर रहे हैं, लेकिन हालात यह है कि ना तो कभी नगर निगम द्वारा सफाई होती है ना ही कोई अधिकारी इन गरीब और मध्यम परिवार की सुध लेने आते हैं। पार्षद का तो यह आलम है 5 साल में जीतने के बाद एक भी बार इन गरीबों और मध्यम परिवार की सुध लेने तक नहीं आई। रहवासियों द्वारा बताया गया कि चुनाव के समय बड़ी-बड़ी बातें करने वाली पार्षद चंद्रकला मालवीय ने वोट की राजनीति करते हुए आम जनता को मूलभूत समस्याओं से निजात दिलाने की बात तो कही थी, लेकिन आलम यह है कि प्रधानमंत्री आवास योजना में रह रहे रहवासी गंदगी में ही रहने को मजबूर है। जगह जगह मल्टी में गंदगी का आलम है वही मुख्यमंत्री की योजना के तहत निचली एवं ग्रामीण बस्तियों में शौचालय बनाए गए थे लेकिन भूरी टोकरी पर जब हमारी टीम ने जाकर जायजा लिया तो हालत यह थी कि ना तो वहां पर व्यवस्थित शौचालय है नहीं पीने का पानी तक भी नहीं है। रहवासियों द्वारा बताया गया है कि नगर निगम द्वारा दिन में एक या दो बार पानी का टैंकर तो जरूर आता है लेकिन उसमें भी कई बार कीड़े-मकोड़े और गन्दा पानी। निगम द्वारा दिया जाता हैं। जिससे रहवासी गंदा पानी पीने को मजबूर है भूरी टेकरी के रहवासी। रहवासियों द्वारा कई बार इस की शिकायत पार्षद से की गई लेकिन ना तो कभी पार्षद ने इनकी सुध ली ओर ना ही समस्याओं का निराकरण करवाया गया।
रहवासियों द्वारा डीजीआर की टीम को यह भी बताया गया कि चुनाव के आते ही नेता नगरी के द्वारा बस्ती में वोट के लिए दारू मटन और रूपये पैसे तो बस्ती में बांट दिये जाते हैं, परन्तु जीतने के बाद दोबारा पलट कर भी ये नेता नहीं आते है। आम जनता की और भी मूलभूत समस्याएं है जिसकी वजह से जनता भ्रष्ट पार्षद से अच्छी खासी नाराज हैं और जनता ने यह भी आरोप लगाया कि बड़ी और पॉश कॉलोनी पर तो वार्ड 76 की पार्षद बहुत मेहरबान है, लेकिन मध्यम वर्गीय परिवार पर क्या बीत रही इसका उसे कोई होश नहीं है।
अब वार्ड 76 की जनता की समस्याओ का निराकरण कब होगा, ये तो वहां की निष्क्रिय पार्षद ही बता सकती है।
बॉक्स-वार्ड 76 की पार्षद पर,रहवासियों ने लगाये गंभीर आरोप
वोटों की राजनीति करने वाली पार्षद,चंद्रकला मालवीय ने पांच साल मे, कभी सुध नही ली क्षेत्र के रहवासियों की।जिसकी वजह से नरकीय जीवन जीने को मजबूर है वार्ड 76 के रहवासी...