इंदौर। शराब दुकानों के विरोध के बीच इंदौर जिले में 64 समूह की सभी 173 शराब दुकानों के ठेके दे दिए गए हैं। पर इस बार शराब दुकानों के ठेके देने में आबकारी विभाग के अधिकारियों को खासी मुश्किल का सामना करना पड़ा। बड़े ठेकेदारों का एकाधिकार तोडऩे के लिए इस बार अलग-अलग समूह में ठेके दिए गए। इस कारण बड़े ठेकेदारों ने नीलामी में भाग नहीं लिया। अधिकांश ठेके छोटे और नए ठेकेदारों ने ही लिए। इस कारण अन्य जिलों की तरह इंदौर भी तय लक्ष्य से पीछे रहा।
वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए इंदौर में इस बार 1349 करोड़ रुपये का लक्ष्य दिया गया था। इस लक्ष्य के मुकाबले 1276 करोड़ रुपये तक ही बोली पहुंची। इस तरह शासन को तय लक्ष्य से 73 करोड़ रुपये कम राजस्व मिल पाया। बीते वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन 31 मार्च तक सारे समूह के ठेके हो जाने थे, लेकिन अधिकारियों की तमाम मशक्कत के बावजूद राजवाड़ा और महू क्षेत्र के दो समूह की छह शराब दुकानों के ठेके नहीं हो पाए। इस कारण 2 अप्रैल को इनके ठेके करने पड़े। तय लक्ष्य से पीछे रहने के बावजूद अधिकारियों के लिए सुकून की बात यह रही कि अगले साल से अधिक राजस्व मिल गया।
इंदौर
विरोध के बीच सभी शराब दुकानों के हुए ठेके, तय लक्ष्य से पीछे रहा इंदौर
- 04 Apr 2022