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इंदौर

विवाह गृहस्थ जीवन का प्रवेश द्वार

  • 31 Dec 2021

 भागवत कथा में धूमधाम से मना रुक्मणी विवाह का उत्सव
इंदौर। रुक्मणी विवाह भगवान के मन में नारी शक्ति के प्रति मंगल भाव का प्रतीक है। विवाह गृहस्थ जीवन का प्रवेश द्वार तो है ही, सनातन धर्मियों की बुनियाद को भी मजबूती देने वाला सबसे श्रेष्ठ संस्कार है।
       लोहारपट्टी स्थित श्रीजी कल्याणधाम, खाड़ी के मंदिर पर चल रहे भागवत ज्ञान यज्ञ में मालवा के प्रख्यात भागवताचार्य पं. अनिल शर्मा ने उक्त बातें कहीं। ज्ञान यज्ञ के साथ विद्वान आचार्यों द्वारा भागवत का मूल पारायण भी किया जा रहा है। संध्या को रूक्मणी विवाह का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। जैसे ही भगवान कृष्ण ने रूक्मणी को वरमाला पहनाई, कथा स्थल भगवान के जयघोष से गूंज उठा।  कथा शुभारंभ के पूर्व महामंडलेश्वर स्वामी रामचरणदास महाराज एवं महामंडलेश्वर स्वामी राधे-राधे बाबा के सानिध्य में सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, राष्ट्रकवि पं.सत्यनारायण सत्तन, निरंजनसिंह चौहान गुड्डू, कमलेश खंडेलवाल, जगदीश पचोरी, मोहनलाल सोनी, दीपक जैन टीनू, राजेन्द्र गर्ग, श्याम अग्रवाल आदि ने व्यासपीठ का पूजन किया। राधा रानी महिला मंडल की बहनों ने आज भी विद्वान वक्ता की अगवानी की। संयोजक पं. पवनदास शर्मा ने बताया कि कथा का समापन शुक्रवार 31 दिसम्बर को होगा तथा शनिवार 1 जनवरी को सायं 6 बजे से भगवान श्रीजी कल्याणजी, संकटहरण वीर हनुमान को समर्पित अन्नकूट महोत्सव भी मनाया जाएगा।