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इंदौर

वकीलों के कार्य से विरत रहने से प्रकरणों की सुनवाई प्रभावित, इंदौर में बार-बेंच के बीच नहीं खत्म हो रही तकरार

  • 15 Dec 2021

इंदौर। सामान्य दिनों में पक्षकारों की भीड़ से परेशान जिला न्यायालय इन दिनों लगभग सूना है। वकील जरूर नजर आते हैं लेकिन वे न्यायालयों में काम नहीं कर रहे। दरअसल, वकील अपनी मांगों को लेकर पिछले पांच दिन से कार्य से विरत हैं। उनका आरोप है कि जिला न्यायालय के कुछ न्यायाधीशों का व्यवहार वकीलों के प्रति ठीक नहीं है। न्यायाधीश न्यायालय में कुछ ऐसी टिप्पणी करते हैं जिसे वकीलों की गरिमा के अनुरूप नहीं कहा जा सकता। वकीलों ने इन न्यायाधीशों की शिकायत प्रधान जिला न्यायाधीश से की थी। उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन भी दिया था लेकिन बावजूद इसके जब कुछ नहीं हुआ तो इंदौर अभिभाषक संघ ने वकीलों से आठ दिन के लिए कार्य से विरत रहने का आव्हान किया। वकील दुव्र्यवहार करने वाले न्यायाधीशों के स्थानांतरण की मांग कर रहे हैं।
जिला न्यायालय में सामान्य दिनों में 10 हजार से ज्यादा दीवानी और फौजदारी मामलों की सुनवाई होती है। करीब पांच हजार वकील न्यायालय में प्रेक्टिस करते हैं। वकीलों के न्यायालयों में काम नहीं करने से इन मामलों की सुनवाई अटक रही हैं। कुछ में पक्षकार खुद न्यायालयों के समक्ष उपस्थित होकर तारीख बढ़वा रहे हैं तो कुछ में न्यायालय पक्षकार और वकीलों की अनुपस्थिति में वारंट जारी कर रही है।
इंदौर अभिभाषक संघ के अध्यक्ष दिनेश पांडे का कहना है कि वकीलों के समर्थन में इंदौर के आसपास के अभिभाषक संघ भी उतर आए हैं। वकीलों की मांग जायज है। न्यायालय कक्ष में वकील कोर्ट ऑफिसर के रूप में होता है। उनका अपमान नहीं किया जा सकता। वकीलों के अपमान से वकालात पेशे का अपमान हो रहा है। इसे स्वीकार्य नहीं किया जा सकता। जब तक दुव्र्यवहार करने वाले न्यायाधीशों का स्थानांतरण नहीं हो जाता तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।