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भोपाल

वर्चस्व की लड़ाई, भाजपा के नेता आमने-सामने

  • 24 May 2023

सागर जिले से हैं तीन कैबिनेट मंत्री, आपस में चलती खींचतान
भोपाल। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सागर जिले के भाजपा नेताओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई तेज हो गई है। पार्टी के नेता दो खेमो में बंट गए हैं। एक का नेतृत्व लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव और परिवहन व राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत कर रहे हैं तो दूसरा खेमा नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह के साथ है। मंगलवार को भार्गव और राजपूत के साथ सागर जिले के अन्य नेताओं ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद से मुलाकात की।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक इन नेताओं ने दिग्गजों से शिकायत कर आरोप लगाया कि सागर जिले में उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। जिले का प्रशासन नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह के इशारे पर चल रहा है। हालांकि इस मसले पर दिग्गज नेता गोपाल भार्गव ने कहा कि संगठन और प्रशासन से जुड़े मसलों पर बातचीत करने गए थे। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि हम सभी नेता एकजुट हैं। कहीं कोई विवाद की स्थिति नहीं है। भाजपा में इस तरह की राजनीति की परंपरा भी नहीं है।
भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में एकजुटता के साथ जीत का संकल्प लेने के तीन दिन बाद ही विवाद सामने आने लगे हैं।
दरअसल, सागर जिले से शिवराज सरकार में तीन मंत्री हैं। तीनों के बीच प्रशासन पर वर्चस्व को लेकर संघर्ष चलता रहता है। इसी बात को लेकर मंत्री भार्गव और राजपूत के नेतृत्व में सागर के विधायक शैलेंद्र जैन, नरयावली विधायक प्रदीप लारिया और जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया ने भोपाल में मुख्यमंत्री और संगठन के बड़े नेताओं से मुलाकात की। विवाद के पीछे मुख्य वजह सागर और सुरखी विधानसभा क्षेत्र की सियासत बताई जाती है। सागर विधायक शैलेद्र जैन को भय है कि उनकी टिकट काटी जा सकती है। वहीं सुरखी विधानसभा सीट से परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत कांग्रेस प्रत्याशी के बतौर और भूपेंद्र सिंह भाजपा से आमने-सामने चुनाव लड़ चुके हैं। इन दिनों राजकुमार धनोरा सुरखी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की ओर से सक्रिय हैं। यही वजह कि सुरखी के नेताओं को लगता है कि ये भूपेंद्र सिंह समर्थक हैं।
संगठन से जुड़े मुद्दे थे। कोर कमेटी की बैठक सभी नेताओं के साथ होना है, उसी ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया है। अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के काम भी लंबित पड़े हैं। उन सभी विषयों को लेकर चर्चा हुई है। शिकवा-शिकायत जैसी कोई बात नहीं है।
- गौरव सिरोठिया जिलाध्यक्ष सागर, भाजपा मप्र
मंत्री भार्गव और राजपूत बोले- हम सामूहिक इस्तीफा दे देंगे
सीएम के सामने कहा- भूपेंद्र को समझाओ
मंगलवार को कैबिनेट बैठक के ठीक बाद पीडब्ल्यूडी मंत्री व सीनियर नेता गोपाल भार्गव, राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने विधायक शैलेंद्र जैन, विधायक प्रदीप लारिया और सागर जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। इस मुलाकात में सभी ने नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह की जमकर शिकायत की। साथ ही कहा कि वे ऐसे लोगों को प्रश्रय दे रहे हैं, जो उनके विरोधी हैं। इसके अलावा सागर में बिना उनसे (भूपेंद्र) पूछे कोई काम नहीं हो रहा। छवि भी जानबूझकर खराब की जा रही है। सागर के हालात ठीक नहीं हैं। बातचीत के दौरान स्थिति यहां तक पहुंच गई कि भूपेंद्र सिंह से नाराज गुट ने मुख्यमंत्री को कह दिया कि यदि ऐसे ही हालात रहते हैं तो वे सामूहिक इस्तीफा दे देंगे। करीब पौन घंटे तक मुख्यमंत्री ने तमाम मसलों पर भार्गव-राजपूत की बात सुनी। इस दौरान किसी को कक्ष में आने नहीं दिया गया। सीएम ने भरोसा दिया कि वे जल्द ही इस मसले पर बात करेंगे। नाराज गुट का कहना है कि लंबे समय से शिकायत कर रहे हैं, पानी सिर के ऊपर गुजर गया। इसीलिए एक साथ जाकर सीएम से बात की गई है। नाराज गुट सीएम से मिलने के बाद भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद से भी मिला। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के पास भी गया। दबाव में काम कर रहे संगठन व कार्यकर्ताओं की जानकारी दी। साथ ही प्रशासनिक व्यवस्था में भूपेंद्र सिंह की हर मामलों में दखलंदाजी की जानकारी दी। बुधवार को सभी लोग भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश से भी मिलेंगे। इनका कहना है कि जरूरत पड़ी तो वे दिल्ली तक भी जाएंगे।