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शंकराचार्य सदानंद सरस्वती बोले-गोवंश हत्या ह्रदय विदारक:

  • 26 Jun 2024

हत्यारों की मंशा सामने आनी चाहिए; सजा के पात्र एसपी-कलेक्टर नहीं
छिंदवाड़ा/नरसिंहपुर । द्वारिका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज ने सिवनी में गो हत्या की घटना पर रोष जताया। उन्होंने कहा, 'घटना हृदय को आघात पहुंचाने वाली है। हत्यारों ने किस उद्देश्य को लेकर यह कृत्य किया, स्पष्ट होना चाहिए।'
उन्होंने कहा, 'सिवनी जिला ब्रह्मलीन जगत गुरु शंकराचार्य जी महाराज की जन्मस्थली है। सिवनी जिले की जनता ने सड़कों पर उतर कर जो विरोध - प्रदर्शन किया है, वह अनुकरणीय है। लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश की जनता ने भाजपा को 29 सीट देकर एक चौंकाने वाला काम किया है। कहीं ऐसा तो नहीं कि हत्यारों द्वारा अब सरकार और हिंदू मतदाता को चिढ़ाने के लिए यह कार्य किया गया हो।'
शंकराचार्य ने कहा, 'अब हिंदू - मुसलमानों का विभाजन कर चुनाव हो रहे हैं। इसके शुरुआती गंभीर परिणाम इस घटना में दिख रहे हैं। अब हिंदुओं की रक्षा का दायित्व प्रदेश और केंद्र सरकार को लेना ही होगा, क्योंकि हिंदुओं का वोट प्रतिशत भाजपा को मिला है। भले ही प्रकरण में आरोपी पकड़ लिए गए हों, लेकिन निंदनीय कृत्य के पीछे इनकी मानसिकता सामने आनी चाहिए।'
उन्होंने यह भी कहा, 'इस घटना में सजा के पात्र कलेक्टर और एसपी नहीं है। इस पूरे घटनाक्रम का पटाक्षेप तभी होगा, जब अभियुक्तों पर सामूहिक हत्या के लिए कठोर दंड देना सुनिश्चित होगा।'
ये है पूरा मामला
19 जून को कुछ लोग पिंडारई गांव के पास से बहने वाली वैनगंगा नदी पर गए थे। इन्हें नदी किनारे मवेशियों के शव दिखाई दिए। इसकी जानकारी उन्होंने धनोरा और सुनवारा पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने यहां से 26 शव बरामद किए। इसके बाद गुरुवार को धूमा थाना क्षेत्र के ककरतला के जंगल में 28 गोवंश के शव मिले।
जब इन गोवंश का पोस्टमॉर्टम किया गया तो पता चला कि सभी का गला 17 और 18 जून के बीच रेता गया है। पुलिस ने इस मामले में 7 लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं नागपुर के तीन लोगों को चिह्नित किया है। अभी इनके सिर्फ नाम सामने आए हैं।
हिरासत में लिए गए लोगों में शादाब, वाहिद, इरफान, रामदास उइके, संतोष शामिल हैं। रामदास व संतोष पहले भी पशु तस्करी में जेल जा चुके हैं। वाहिद धनौरा थाना क्षेत्र के ग्वारी गांव का रहने वाला है। शादाब उसका रिश्तेदार है।