इंदौर। कांग्रेस देश, प्रदेश की शांति और सद्भावना भंग करने के अलावा और कौन से काम कर रही है। इंदौर में तालिबानी पर्चे वितरण करने वाले तथा आतंकी गतिविधियों में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो रही है।
यह बात शुक्रवार को महू रेलवे स्टेशन पर सौ फीट ऊंचे तिरंगे के लोकार्पण के अवसर पर विधायक और मंत्री उषा ठाकुर ने कही। यहां पर चर्चा करते हुए ठाकुर ने कहा कि पातालपानी और कालाकुंड रेलवे स्टेशन का और अधिक विकास किया जाएगा। इसके लिए योजना बनाई गई है। कालाकुंड में जनजाति संग्रहालय का निर्माण किया जाएगा जहां आदिवासी समाज खास कर टंट्या मामा द्वारा देश के आजादी में दिए गए योगदान की जानकारी रहेगी जो सभी को राष्ट्र भक्ति का संदेश देगी। महू-इंदौर के बीच तीन गुना ज्यादा किराया लेने के सवाल पर मंत्री ठाकुर ने कहा कि जल्दी ही रेलवे मंत्रालय और विभाग इस पर चर्चा कर निर्णय लेगा। मासिक पास भी शुरू हो जाएंगे। इसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं।
इसके पूर्व सांसद छतरसिंह दरबार ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सड़कों, भवनों का तो खूब उद्घाटन किया लेकिन राष्ट्रध्वज का लोकार्पण करना अपने आपमें गौरवान्वित करने जैसा है। यहां मंच पर डीआरएम पश्चिम रेलवे विनीत गुप्ता भी मौजूद रहे। गुप्ता ने सांसद व मंत्री का स्वागत किया तथा महू रेलवे स्टेशन के विकास कार्यों के साथ हेरिटेज तथा पातालपानी व कालाकुंड में किए जाने वाले कार्यों की जानकारी दी।
अतिथियों ने रेलवे स्टेशन के बाहर लगे सौ फीट ऊंचे तिरंगे का लोकार्पण किया। सौ फीट ऊंचाई तक जाने के लिए तिरंगे को सात मिनट का समय लगा। इस दौरान गार्ड आफ आनर भी दिया गया व राष्ट्रीय धुन बजाई गई। कार्यक्रम में पांचों मंडल अध्यक्ष, जितेंद्र शर्मा, शिव शर्मा, शैलेष गिरजे, राजेंद्र हर्षवाल, अमित जोशी, डा. रीता उपमन्यु, संगीता भार्गव, जितेंद्र बाजडोलिया, रेणु शुक्ला आदि मौजूद थे।
महात्मा गांधी को भूले
सौ फीट ऊंचे तिरंगे के लोकार्पण के उत्साह में भाजपा नेता व रेलवे के अधिकारी महात्मा गांधी को भूल गए जहां तिरंगा फहराया गया, उसके ठीक सामने महात्मा गांधी की मूर्ति लगी है लेकिन उस पर किसी ने एक हार तक नहीं डाला।
मंच पहले तिरंगा बाद में
इस आयोजन में एक बार फिर राष्ट्रीय ध्वज को लहराने में एक घंटे का इंतजार
करना पड़ा। कार्यक्रम के अनुसार दोपहर 12.8 बजे ध्वज का लोकार्पण होना था लेकिन दोनों नेताओं ने आते ही पहले रेलवे स्टेशन के अंदर बने मंच के कार्यक्रम में भाग लिया। यह कार्यक्रम सवा घंटे से ज्यादा समय तक चला। इसके बाद इन्होंने तिरंगे का लोकार्पण किया तब तक रेलवे के अधिकारी, कर्मचारी इंतजार करते खड़े रहे। कार्यक्रम में मंच व्यवस्थाओं को लेकर स्थानीय भाजपाइयों में नराजगी नजर आई। यहां कई वरिष्ठ भाजपाई तो कार्यक्रम में ही नहीं पहुंचे। वहीं कई नेताओं को मंच पर स्थान नहीं मिल सका। जानकारी के मुताबिक कार्यक्रम में किसी भी कांग्रेसी नेता को निमंत्रण नहीं दिया गया था। छावनी परिषद में कांग्रेस पार्षद कैलाश दत्त पांडे डीआरएम को ज्ञापन देकर चले गए। कांग्रेसियों को आमंत्रण न दिया जाना यहां चर्चाओं में रहा।
इंदौर
शांति व्यवस्था भंग करना ही कांग्रेस का काम है -ठाकुर
- 04 Sep 2021