अफरा-तफरी मची; कांग्रेस बोली- इंदौर-उज्जैन के अफसरों में कोआॅर्डिनेशन की कमी
उज्जैन ,(एजेंसी)। इंदौर में दो दिन से हो रही बारिश की वजह से उज्जैन में शिप्रा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बुधवार दोपहर 12.30 बजे पानी चक्रर्तीर्थ श्मशान घाट तक पहुंच गया। घुटनों तक पानी भरने से यहां जलती चिता आधी डूब गई। क्रियाक्रम कर रहे लोगों को शव छोड़कर पानी से बाहर होना पड़ा।
लोगों के मुताबिक, जब वे अंतिम संस्कार करने के लिए आए, तब जलस्तर बहुत कम था। क्रियाएं शुरू ही की थीं, चिता जलने के कुछ देर बाद ही अचानक से बाढ़ आ गई। नदी का पानी श्मशान घाट तक आ गया। इस वजह से पीछे हटना पड़ा। हालांकि, कुछ लोग आगे बढ़े और जैसे-तैसे दाह संस्कार की प्रक्रिया तेजी से पूरी की।
उधर, इस मामले में कांग्रेस ने नगर निगम की बीजेपी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। यह भी कहा है कि इंदौर-उज्जैन में कोआॅर्डिनेशन की कमी से ऐसे हालात बने।
इंदौर और उज्जैन के अधिकारियों में कोआॅर्डिनेशन होना चाहिए
नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने कहा, ह्यपीएचई (लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी) और जल संसाधन विभाग को पता नहीं था क्या कि इंदौर में दो दिन से पानी गिर रहा है। इसलिए इन्हें इंतजाम करना चाहिए। रोजाना 30 हजार लोग शिप्रा में स्नान करते हैं। पानी बढ़ने से लोग परेशान होते रहे। घुटने तक पानी बढ़ गया, लेकिन किसी को खबर ही नहीं। इंदौर और उज्जैन के अधिकारियों में कोआॅर्डिनेशन होना चाहिए।ह्ण
इंदौर की कान्ह नदी का पानी शिप्रा में आता है
इंदौर की कान्ह नदी का पानी उज्जैन आकर शिप्रा नदी में त्रिवेणी घाट के पास मिलता है। कान्ह नदी 21 किलोमीटर लंबी है। इंदौर में मंगलवार से बारिश हो रही है। बुधवार सुबह 11 बजे बाद इंदौर शहर के पूर्वी और मध्य इलाके में तेज बारिश हुई। पूरे इंदौर की बात करें तो 24 घंटे में 2 इंच बारिश हो गई। इस सीजन में अब तक 20 इंच पानी गिर चुका है। सीजन में बारिश का कोटा 36 इंच है।
उज्जैन
श्मशान घाट तक शिप्रा का पानी बढ़ने से चिता डूबी
- 22 Aug 2024