बहुत लोगों को श्रावण शनिवार का पूरे वर्ष इंतजार रहता है।
स्कन्दपुराण के अनुसार -
श्रावणे मासि देवानां त्रयानां पूजनं शनौ।
नृसिंहस्य शनैश्चव्य अञ्जनीनन्दनस्य च।।
श्रावण मास में शनिवार के दिन नृसिंह, शनि तथा अंजनीपुत्र हनुमान इन तीनों देवताओं का पूजन करना चाहिए।
शिवपुराण के अनुसार
अपमृत्युहरे मंदे रुद्राद्रींश्च यजेद्बुध: ॥
तिलहोमेन दानेन तिलान्नेन च भोजयेत् ॥
शनैश्चर अल्पमृत्यु का निवारण करने वाला है, उस दिन बुद्धिमान पुरुष रुद्र आदि की पूजा करे। तिल के होम के , दान से देवताओं को संतुष्ट करके ब्राह्मणों को तिलमिश्रित अन्न भोजन कराएं।
पुराण के अनुसार श्रावण शनिवार को
रुद्रमंत्र के द्वारा तेल से हनुमान जी का अभिषेक करना चाहिए।
तेल में मिश्रित सिन्दूर का लेप उन्हें समर्पित करना चाहिए।
जपाकुसुम, आक, मंदारपुष्प की मालाओं से, नैवेद्य से उनकी पूजा करनी चाहिए।
हनुमान जी के 12 नामों का जप करना चाहिए।
हनुमानञ्जनी सूनुवार्युपुत्रो महाबल:।
रामेष्ट: फाल्गुनसख: पिङ्गाक्षोमितविक्रम:।।
उदधिक्रमणश्चैव सीताशोकविनाशन:।
लक्ष्मणप्राणदाता च दशग्रीवस्य दर्पहा।।
बाबा पंडित
श्रावण शनिवार
- 07 Aug 2021