इंदौर। भाई साहब, यहां संभ्रांत परिवार के लोग रहते हैं,इसलिए आपकी यह शराब की दुकान कहीं और शिफ्ट कीजिए। आखिर स्कूलों के पास आप शराब की दुकान कैसे खोल सकते हैं। इससे हमारे बच्चों पर बुरा असर पड़ेगा। हमारी बच्चियां भी यहां से गुजरती हैं, इसलिए आप दुकान कहीं और शिफ्ट कीजिए।
यह आक्रोश केसर बाग ब्रिज के पास खुल रही नई शराब की दुकान को लेकर आसपास के रहवासियों का था। दरअसल दो साल पहले यहीं वि_ल गार्डन के पास एक शराब की दुकान खुली थी, जो रहवासियों के कड़े विरोध के कारण बंद हो गई थी। अब नए ठेके के तहत वि_ल गार्डन, केसर बाग ब्रिज के पास नई दुकान खुली है, जिसका अभी काम चल रहा है। इसके आसपास स्कीम 103, नेमा नगर, नालंदा परिसर सहित कई पॉश कॉलोनियां हैं। पास ही में चमेली देवी सहित अन्य स्कूल हैं। इसके चलते रहवासी खासकर महिलाओं में काफी आक्रोश है।
रहवासियों का कहना है कि अभी ये सभी कॉलोनियां काफी अच्छी व अपराधों से दूर हैं। शराब की दुकान खुलने से असामाजिक तत्व सक्रिय होंगे और अपराध होंगे। दूसरा यह कि यहां पास ही में स्कूल के अलावा मंदिर भी हैं। दुकान खुलने से बच्चों के मन पर बुरा प्रभाव पड़ेगा और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं होंगी। हंगामे की स्थिति देख पुलिस मौके पर पहुंची। मामले में रहवासियों ने दुकानदार को शराब की दुकान के कारण क्षेत्र में पडऩे वाले दुष्प्रभाव बताए। इस पर दुकानदार ने भरोसा दिलाया कि दो-तीन दिनों में दुकान चौराहा के पास शिफ्ट कर दी जाएगी। इसके बाद रहवासी सहमत हुए और कहा कि यह काम जल्द करें।
इंदौर
शराब दुकान का विरोध- रहवासी बोले; यहां संभ्रांत लोग रहते हैं, अपनी दुकान कहीं और ले जाइए
- 02 May 2022