जबलपुर. बीजेपी नेता उमा भारती का शराबबंदी के लिए चलाया जा रहा अभियान और पत्थरबाजी लगातार चर्चा में है. इसे दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कुछ नेता और विधायक समर्थन भी दे रहे हैं. लेकिन उन्हें अपनी ही पार्टीमें समर्थन नहीं मिल रहा है. जबलपुर आए केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते तो उल्टा कटाक्ष कर गए. उन्हें लगता है कि उमा अपनी सक्रियता दिखाने के लिए शराबबंदी को मुद्दा बनाने की कोशिश में हैं.
पूर्व सीएम उमा भारती शराबबंदी की मांग लगातार अलग-अलग मंचों से उठा रही हैं. भोपाल में तो वो एक दुकान पर पत्थर भी फेंक आयीं. बीएसपी विधायक रामबाई ने उनसे भी दो कदम आगे बढ़कर शराबबंदी का समर्थन कर दिया. कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह अपने इलाके में नयी शराब दुकान खोलने का लगातार विरोध कर रहे हैं. लेकिन उमा अपनी ही पार्टी बीजेपी में अलग थलग पड़ गयी हैं.
अपनी सक्रियता दिखाने के बहाने
केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने चुटकी भरे अंदाज में कहा, उमा भारती प्रदेश की मुख्यमंत्री रही हैं और हमारी नेता हैं. राजनीति में स्वाभाविक है कई सारे विषय आते हैं. उनके इस अभियान को लेकर उनकी क्या सोच है इस पर तो मैं टिप्पणी नहीं करूंगा. लेकिन अपनी सक्रियता का एहसास कराने राजनेता को ऐसे मूवमेंट करना पड़ता है.
आडवाणी की तरह हश्र
कुलस्ते का बयान सामने आने के बाद कांग्रेस विधायक संजय यादव ने कहा बीजेपी, उमा भारती की हालत भी लालकृष्ण आडवाणी की तरह करना चाहती है. जिन लोगों ने पार्टी को मजबूत किया, मध्य प्रदेश में बीजेपी की वापसी कराई आज उस नेता को जिम्मेदार कुछ नहीं समझ रहे. फग्गन सिंह कुलस्ते का यह बयान कि वह अपनी सक्रियता साबित करने के लिए ऐसे आंदोलन करती हैं. यह बताता है कि बीजेपी नेताओं की सोच अब उनके प्रति किस तरीके की हो गई है.
छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार पर भी हमला
छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार केंद्रीय योजनाओं के अमल में रोड़ा अटका रही है. यह बड़ा आरोप केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने लगाया है. हाल ही में खैरागढ़ उपचुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ दौरे से लौटे केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा अपने एकदिवसीय दौरे में मैंने विधानसभा और अलग-अलग क्षेत्रों का दौरा किया. ग्रामीणों ने खुद बताया कि पीएम आवास योजना के केस मंजूर होने के बाद भी साढे 3 साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी अपना आवास नहीं बना पाए हैं. केंद्र सरकार की नल जल योजना पर भी छत्तीसगढ़ राज्य के अधिकांश हिस्सों में अमल नहीं हुआ है. ग्रामीण जनता केंद्र की मोदी सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं से वंचित है. पीएम आवास योजना में एक छोटा अंश राज्य सरकार का भी होता है लेकिन जानबूझकर राज्य सरकार इस योजना में लेट लतीफी कर रही है. इसलिए छत्तीसगढ़ इस योजना में पिछड़ा हुआ है. उन्होंने कहा खैरागढ़ मूल रूप से कांग्रेस की सीट रही है. एक दो बार ही यहां से अन्य पार्टी के प्रत्याशी जीते हैं. लेकिन इस बार जनता लोकतंत्र के पर्व के माध्यम से सरकार को जवाब जरूर देगी.
जबलपुर
शराबबंदी पर अपनी ही पार्टी में अलग-थलग पड़ीं उमा भारती
- 09 Apr 2022