इंदौर के सबसे व्यवस्ततम मार्ग एमजी रोड, रीगल चौराहा, पलासिया, रॉबर्ट चौराहा शाम होते ही यातायात की आवाजाही 2 गुना हो जाती है जिसके चलते कई बार घटना-दुर्घटना हो जाती है। इस दौरान एक्सीडेंट में मौत भी हो जाती है...
DGR @ यशवंत पंवार
पूरे प्रदेश भर में इंदौर शहर स्वच्छत में नंबर वन है वही पूरे प्रदेश में एक्सीडेंट मैं भी नंबर वन है इसकी खास वजह आम जनता की लापरवाही जिस प्रकार इंदौर के चौराहों पर देर शाम होते ही वाहनों की आह्वजहि इस कदर बढ़ जाती है की आम जनता ना तो नियमों का पालन करते हैं नहीं ट्रैफिक सिंगल का पालन करते हैं इंदौर के मालवीय नगर चौराहे लाखों रुपए ट्रैफिक व्यवस्था के लिए आधुनिक तकनीक से बने रोबोट का इस्तेमाल तो जरूर किया जा रहा है लेकिन ना तो रोबोट का खोफ है ना ही पुलिस का डर है शाम होते ही वाहनों की इस कदर बढ़ जाती है की वाहनों की गुत्मा गति हो जाती है। जिसके चलते जल्दी घर पहुंचने के चलते कई बार घटना दुर्घटना भी हो जाती है जिससे कई लोगों की जान भी जा चुकी है हालत या है शाम होते ही ना तू चौराहे पर पुलिस जवान दिखाई देते हैं आलम तो यह है पुलिस जवान द्वारा लोगों को नियम का पालन ना करने वालों पर तो कार्रवाई करते हुए दिन भर वाहन चालकों का चालन बनाने वाली पुलिस रात को चौराहों से नदारद हो जाती है जहां एक और मालवीय नगर चौराहे पर रोबोट के भरोसे यातायात छोड़ जाती है पुलिस अधिकारी ना तो इस और कोई ध्यान देता है ना ही कोई जवाबदार अधिकारी इन लापरवाह करने वाले पुलिस कर्मचारी पर कार्रवाई करता है जिसके चलते इंदौर शहर में प्रतिदिन दो से चार एक्सीडेंट रोजाना होते हैं जिसमें कई बार वाहन चालक की मौत भी हो जाती है ऐसे में देखना यह होगा क्या यातायात विभाग चालानी कार्रवाई करता है या प्रतिदिन होने वाले एक्सीडेंट को क्या रोक पता है या लापरवाह पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करता है।