इंदौर। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (एएसजी) यूनिट एयरपोर्ट द्वारा साइबर हाइजीन के साथ सुरक्षित सर्फिंग पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें राष्ट्रीय स्तर के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ और ट्रेनर प्रो. गौरव रावल द्वारा संबोधित किया गया था। उन्होंने मौजूदा स्थिति में ऑनलाइन लेनदेन के साइबर परिदृश्य और स्मार्ट समाधानों से लोगों को अवगत कराया।
प्रो. रावल ने अपने व्याख्यान में सोशल मीडिया धोखाधड़ी के विभिन्न पहलुओं की जानकारी देते हुए ईमेल, फेसबुक आईडी, पासवर्ड, मोबाइल, डेबिट कार्ड, क्रेडट कार्ड, पैन कार्ड का उपयोग करके पहचान की चोरी के बारे मे विस्तार से बताया। उहोंने बताया कि साइबर अपराध एक अलग प्रकार का अपराध है, जो सिर्फ एक साधारण मोबाइल फोन और इंटरनेट कनेक्शन उपयोग करके किया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि गूगल, व्हाट्सएप और फेसबुक आपके प्रत्येक टेक्स्ट को तब भी स्टोर करते हैं, जब आप इसे केवल सर्च बॉक्स में टाइप करते हैं। इसलिए हमें किसी भी सामग्री को लिखने या खोजने से पहले हमेशा विचारशील होना चाहिए और इस डिजिटल दुनिया में कुछ भी पोस्ट करने से पहले दो बार सोचना चाहिए, क्योंकि इंटरनेट खोज इतिहास को पूरी तरह से हटाया या नष्ट नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अपने केवाईसी दस्तावेजों की प्रतियां जैसे फोटो, आधार कार्ड की प्रतियां अजनबियों के साथ साझा न करें। साथ ही उन्होंने कहा कि फेसबुक पर अनजान फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं करनी चाहिए। कार्यशाला में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (एएसजी) हवाई अड्डे के कर्मचारियों ने भाग लिया। मौके पर आरआई संजय कुमार, आर.एस. श्रीमाली असिस्टेंट कमांडेंट सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स आदि मौजूद थे।