425 किलोमीटर की यात्रा में सांई पदयात्रियों का होगा जगह-जगह सम्मान, सांई बाबा से करेंगे ओमिक्रॉन महामारी नहीं फैलने की गुहार
इंदौर । गुरूवार को 21 सदस्यों का दल बड़ागणपति से 425 किलोमीटर की इन्दौर से शिर्डी पदयात्रा के लिए रवाना हुआ। छत्रीबाग जनसेवा समिति एवं केंद्रीय सांई सेवा समिति के पदाधिकारियों ने प्रतिक स्वरूप निकाली जाने वाली इस पदयात्रा के लिए सभी सांई भक्तों को बड़ागणपति से विदाई दी। 425 किलोमीटर की इन्दौर से शिर्डी पदयात्रा के मार्ग में 13 से अधिक पड़ावों पर सभी 21 पदयात्रियों का सम्मान क्षेत्रवासियों द्वारा किया जाएगा। प्रतिक स्वरूप आयोजित पदयात्रा आयोजक प्रदीप यादव ने बताया कि ओमिक्रॉन को देखते हुए इन्दौर से शिर्डी पदयात्रा निरस्त की जा चुकी थी, लेकिन भक्तों की आस्था और श्रद्धा को देखते हुए प्रतिक स्वरूप 21 सदस्यों की पदयात्रा का आयोजन इस वर्ष किया गया है। गुरूवार को सभी पदयात्रियों ने बड़ागणपति मंदिर से सांई बाबा की आरती के साथ अपनी पदयात्रा की शुरूआत की। जिसमें छत्रीबाग जनसेवा समिति एवं केंद्रीय सांई सेवा समिति के पदाधिकारियों के साथ-साथ शहर के अन्य मंदिरों के समिति के पदाधिकारियों ने सभी 21 सदस्यों का फूलमाला पहनाकर स्वागत कर सभी को इस 13 दिवसीय पदयात्रा के लिए विदाई दी। बड़ागणपति से निकली इस पदयात्रा को विदाई देने में मुख्य रूप से सुनील वालेकर, संतोष भुसारी, ज्ञानेश्वर होल्कर, राज साहू, दीपक वालेकर, संजय कंग, प्रकाश दाने, मधुकर बुद्ध, संजय शर्मा, हरीश बोमले, मोहन पाटीदार, मोहन पहलवान, लतिका चंद्रावत, निशा चौहान, गौतम पाठक, रवि वर्मा, समीर जोशी, रज्जू पंचौली, शेखर ठाकुर, सुरेंद्र तोमर, अनंत सोनवाने, वासुदेव चावला, हेमंत मित्तल, गोपाल शर्मा, राहुल भंडारी, लक्की वर्मा, नीरज यादव, रोहित यादव, पंकज यादव, संजय यादव सैकड़ों की संख्या में सांई भक्त मौजूद थे।
इंदौर
सांई पदयात्रा पर इस वर्ष प्रतिक स्वरूप निकाली, 21 सदस्यों का दल रवाना
- 24 Dec 2021