इंदौर। तीन साल बाद होने वाले देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी (देअवीवी) के गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के चुनाव की सरगर्मी अब तेज हो गई है। संक्रमण की वजह से चुनाव दस महीने बाद करवाए जा रहे है। इन दिनों उम्मीदवार जमकर प्रचार करने में लगे है। इसे विश्वविद्यालय का कामकाज प्रभावित होने लगे है। वैसे उम्मीदवार अलग-अलग समय में कर्मचारियों से मिल रहे है। पहली मर्तबा चुनाव में तीन पैनल से उम्मीदवार मैदान में उतरे है। 11 दिसंबर को मतदान रखा गया है। उधर चुनाव से पहले प्रचार के लिए यूनिवर्सिटी का प्रशासनिक संकुल नालंदा परिसर पोस्टरों पटा दिखाई दिया।
कोरोना की पाबंदियां हटते ही संगठन ने चुनाव की तारीख घोषित की है। नियमानुसार चुनाव फरवरी बाद होना था। मगर संक्रमण की वजह से दस महीने मतदान को टाला गया। इन दिनों विश्वविद्यालय में चुनाव की गतिविधियां बढ़ गई है। एकता जय हिंद पैनल और देवी अहिल्या पैनल के साथ पहली क्रांति पैनल के उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में आए है। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित 6 पदाधिकारियों के पदो के साथ 11 कार्यकारिणी सदस्य के लिए मतदान होंगे।
इंदौर
संक्रमण की वजह से दस महीने बाद कर्मचारी चुनाव प्रचार में लगे उम्मीदवार, देअविवि इंदौर में काम प्रभावित
- 09 Dec 2021