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ग्वालियर

स्टोर में रखे-रखे ही फिर एक्सपायर हो गए 692 रेमडेसिवर इंजेक्शन

  • 16 Jun 2022

ग्वालियर। बीते साल अप्रैल-मई में कोरोना की दूसरी लहर में जिन रेमडेसिवर इंजेक्शन के लिए मारामारी मची थी, उनकी तीसरी और चौथी लहर में जरूरत ही नहीं पड़ी। कारण बीते अप्रैल में आई चौथी लहर में सिर्फ तीन मरीज ही अस्पताल में भर्ती हुए।
इसके चलते क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं और सीएमएचओ कार्यालय ग्वालियर के स्टोर में 2940 रेमडेसिवर इंजेक्शन रखे-रखे ही एक्सपायर हो गए। इनमें भी 2248 इंजेक्शन तो नवंबर 2021 में ही एक्सपायर हो गए थे। इस तरह चौथी लहर में 692 इंजेक्शन खराब हो गए। बीते सात महीने में 99 लाख 96 हजार रुपए कीमत के इंजेक्शन एक्सपायर हो गए।
महानगर में कोरोना की तीसरी लहर और चौथी लहर में संक्रमण ज्यादा घातक नहीं हो पाया। दिसंबर 2021 से लेकर मार्च 2022 तक तीसरी लहर में सिर्फ 8 लोगों की ही मौत हुई। चौथी लहर अप्रैल से आई, जिसमें किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। अबतक सिर्फ 3 मरीज ही अस्पताल में भर्ती हुए। ऐसे में किसी भी मरीज को रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं लगाए गए हैं। सिविल सर्जन के स्टोर में 28 इंजेक्शन बचे हैं जिनकी एक्सपायरी डेट अक्टूबर में है। अस्पतालों से डिमांड आ नहीं रही है। इस तरह से ये इंजेक्शन भी रखे-रखे एक्सपायर हो सकते हैं। इतना ही नहीं क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं रीवा के स्टोर में भी 2281 रेमडेसिविर इंजेक्शन रखे-रखे एक्सपायर हो गए हैं।