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इंदौर

साधू संतों द्वारा  द्वारकापुरी स्थित गौशाला ,हटाने का विरोध शुरु पूर्व विधायक जिराती भी मैदान पर

  • 29 Sep 2021

गौशाला हटाने के लिये निगम द्वारा हनुमान मंदिर और गौशाला के महंत को तीन दिन का नोटिस जारी किया गया था
इंदौर। स्मार्ट सिटी के तहत विकसित किए जा रहे चाणक्यपुरी चौराहे पर बनी गौशाला को हटाने का विरोध शुरू हो गया है। मंगलवार को इंदौर के साधु-संतों सहित हिंदूवादी नेताओं ने गौशाला हटाने का पुरजोर विरोध किया।इंदौर शहर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कई क्षेत्रों का विकास किया जाना है इसी के तहत चाणक्यपुरी चौराहे का विकास भी प्रस्तावित है जहां से रेती मंडी को जोड़ने वाले ब्रिज के पहले चाणक्यपुरी चौराहे पर स्थित गौशाला को हटाने के लिए इंदौर नगर निगम द्वारा गौशाला और हनुमान मंदिर के महंत को नगर निगम द्वारा तीन दिन में गौशाला हटाने का नोटिस जारी किया गया था। इस बारे में जब हिंदूवादी संगठनों को जानकारी लगी तो नेताओं के साथ क्षेत्रीय जनता ने इस गौशाला को हटाने का विरोध शुरू कर दिया । क्षेत्र के निवासियों का कहना है कि इस गौशाला में 200 से ज्यादा गाय जो विकलांग हैं और कई बीमारियों से पीड़ित है, जिनका उपचार भी गौशाला में किया जाता है यहाँ रहती हैं ।साथ ही क्षेत्र के रहवासी घर में होने वाले आयोजनों विवाह वर्षगांठ बच्चों की वर्षगांठ और अपने परिवार जनों की पुण्यतिथि पर गायों की यहां पर सेवा करते हैं इस गौशाला को हटाया जाना बिल्कुल अनुचित है मंगलवार को पूर्व विधायक जीतू जिराती सहित राधे बाबा और कई संत समाज के लोग गौशाला पहुंचे जहां उन्होंने बैठक कर गौशाला हटाने का विरोध किया जीतू जिराती का कहना है कि यह गौशाला और हनुमान मंदिर वर्षों से इस चौराहे पर स्थित है हिंदू सनातन धर्म में गाय के अंदर 33 करोड़ देवताओं का वास बताया गया है हिंदू धर्म को मानने वाला हर व्यक्ति गाय की बड़े सम्मान के साथ पूजा करता है ऐसे में इस गौशाला को हटाया जाना बिल्कुल अनुचित है जिसे लेकर मैं निगमायुक्त से चर्चा करूंगा साथ ही कलेक्टर को भी इस बारे में अवगत कराया जाएगा।वही महंत राधे-राधे बाबा का कहना है कि  गौशाला को हटाया जाना अनुचित है यदि इस गोशाला को हटाया जाता है तो संत समाज सड़कों पर उतरकर पुरजोर विरोध करेगा।