केंद्र सरकार के प्रस्तावित सिनेमेटोग्राफ एक्ट 2021 के खिलाफ अभिनेता से राजनेता बने कमल हासन ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट के जरिए लोगों से अपनी आजादी को लेकर चिंता जाहिर की है। कमल हासन के अलावा कई लोगों ने इस एक्ट की आलोचना की है।
सरकार ने नए प्रावधान को शामिल करने को लेकर एक आदेश जारी किया था। जिसके अंतर्गत केंद्र सरकार को यह शक्ति दी गई है कि वह 'केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड' के फैसले को बदल सकती है। सिनेमेटोग्राफ एक्ट 1952 में प्रस्तावित संशोधन में केंद्र को यह अधिकार दिया गया है कि वह केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की तरफ से मंजूरी दिए जाने के बाद भी 'दोबारा जांच' कर सकती है। इस अधिनियम के अंतर्गत केंद्र फिल्म प्रमाणन बोर्ड के फैसले में बदलाव कर सकता है और उन फिल्मों की फिर से जांच करने की आदेश देता है जिन्हें रिलीज के लिए मंजूरी दे दी गई है। इस फैसले ने फिल्म निमार्ताओं को परेशान कर दिया है। जिसकी वजह से फिल्म इंडस्ट्री के लोग इस कानून के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।
कमल हासन ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'सिनेमा, मीडिया और साहित्य से जुड़े लोग भारत के तीन आइकॉनिक बंदर की तरह व्यवहार नहीं कर सकते हैं। बुराई को देखना, सुनना और बोलना लोकतंत्र को चोट पहुंचाने और कमजोर करने का प्रयास है।'
मनोरंजन
सिनेमेटोग्राफ एक्ट 2021 के खिलाफ कमल हासन ने उठाई आवाज, 'हम तीन बंदरों की तरह नहीं'
- 30 Jun 2021