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इंदौर

सुबह तक हुई 10 मिलीमीटर हुई बारिश, शाम तक जारी रहेगा बारिश का दौर

  • 02 Dec 2021

इंदौर। शहर में बुधवार शाम के बाद शुरू हुई बारिश का दौर रात में भी जारी रहा और गुरुवार सुबह भी शहर में कई स्थानों पर बारिश की तेज बौछारें पड़ी। एयरपोर्ट स्थित मौसम केंद्र पर गुरुवार सुबह 8:30 बजे तक पिछले 24 घंटे में 10 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। सुबह के समय धुंध और कुहासे का असर भी दिखाई दिया।
सुबह सात बजे जहां दृश्यता 3000 मीटर थी, वहीं 8.30 बजे तक दृश्यता गिरकर 1500 मीटर पहुंच गई। बुधवार के मुकाबले गुरुवार सुबह न्यूनतम तापमान में भी तीन डिग्री की गिरावट दर्ज हुई। हालांकि बादलों के कारण न्यूनतम तापमान सामान्य से कम नहीं रहे। गुरुवार सुबह न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 13.6 डिग्री दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान सामान्य से 6 डिग्री कम 23.2 डिग्री दर्ज किया गया। शहर में सुबह के समय आद्रता 96 प्रतिशत दर्ज की गई। उत्तरी पूर्वी हवाएं 6 से 8 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चली।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने कम दबाव के क्षेत्र एवं उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण मौसम में यह बदलाव दिखाई दे रहा है। दोनों ओर से नमी आने के कारण इंदौर में बादल छाए हुए हैं, वहीं बारिश का दौर जारी है। गुरुवार शाम तक इसी तरह बारिश का दौर जारी रहेगा और आसमान में बादल छाए रहेंगे। शुक्रवार दोपहर के बाद ही बादल छंटने के साथ बारिश में कमी आएगी। गुरुवार को सुबह से हो रही बारिश के कारण दिन के तापमान में भी गिरावट दिखाई देगी।
जिला अस्पताल परिसर में कीचड़ ही कीचड़, लोग हो रहे परेशान
पश्चिम क्षेत्र के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल यानी जिला अस्पताल के हालात इन दिनों बिगड़े हुए हैं। अस्पताल की नई इमारत का काम कछुए की गति से चल रहा है। इसके चलते मरीज परेशान हो रहे हैं। पश्चिम क्षेत्र की पांच लाख से ज्यादा जनसंख्या इलाज के लिए इस अस्पताल पर निर्भर है लेकिन फिलहाल लोगों को निजी सेंटरों और अस्पतालों का मुंह देखना पड़ रहा है क्योंकि निर्माण की वजह से कई सुविधाएं फिलहाल बंद कर दी गई हैं। शहर में बुधवार से शुरू हुई बारिश के चलते अस्पताल परिसर में कीचड़ की कीचड़ हो गया है। निर्माण एजेंसी ने ऐसा इससे बचाव का कोई इंतजाम नहीं किया। बेवक्त हुई बरसात के कारण सीमेंट कांक्रीट की सड़क पर फैली मिट्टी फिसलन की वजह बन रही है। जिला अस्पताल के मुख्य द्वार से लेकर टीकाकरण केंद्र तक अव्यवस्था है। इसके चलते खून पेशाब की जांच करवाने के लिए यहां आने वाली गर्भवतियों को परेशानी उठाना पड़ रही है। कीचड़ की वजह से दोपहिया वाहन भी लहराते हुए चल रहे हैं।
पांच लाख से ज्यादा जनसंख्या है निर्भर
इंदौर के पश्चिम क्षेत्र की चंदन नगर, नूरानी नगर, नंदन नगर, सिरपुर सहित करीब 40 गांवों की जनता इलाज के लिए गोविंद वल्लभ पंत जिला चिकित्सालय पर निर्भर है। करीब तीस साल पहले इंदौर दुग्ध संघ की इमारत में इस अस्पताल को शुरू किया गया था। उस वक्त दावा किया गया था कि दुध संघ की इमारत को जमींदोज कर अस्पताल का नया भवन छह महीने में तैयार कर दिया जाएगा लेकिन सालों तक यह काम अटका रहा। दशकों बाद अब काम शुरू हुआ है लेकिन इसकी गति बहुत कम है।