इंदौर। इंदौर में 18 साल से कम उम्र के बच्चों में एंटीबॉडी चेक करने के लिए सीरो सर्वे किया जा रहा है। तीसरे दिन बुधवार को भी टीम सुबह से ही सर्वे के लिए मैदान में डंटी रही। हालांकि सर्वे के दौरान टीम को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गलत पतों की परेशानी तो टीम के सामने है ही। कुछ लोग सैंपल देने में सहयोग भी नहीं कर रहे हैं। सैंपल नहीं देना पड़े, इसलिए परिजन भी अजीब तर्क दे रहे हैं। कई घरों में परिजन ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि बच्चा कमजोर है तो ब्लड सैंपल नहीं दे सकते। इसके पापा घर पर नहीं हैं, उसने बिना पूछे कैसे सैंपल दे दें। लिस्ट में कई ऐसे पते भी हैं, जहां 18 साल से कम उम्र के बच्चे ही नहीं है। टारगेट को पूरा करने के लिए कुछ बदलाव भी किए गए हैं।
सोमवार से शुरू हुए सीरो सर्वे में अब तक 566 सैंपल लिए जा चुके हैं। पहले दिन टीम ने 109 सैंपल लिए थे। वहीं, दूसरे दिन मंगलवार को 457 सैंपल लिए गए। पहले दिन बैठक के बाद टी क्षेत्र में पहुंचने में काफी लेट हो गई थी, जिस कारण बहुत कम सैंपल ले पाए थे। इसे देखते हुए दूसरे दिन प्लानिंग बदल दी गई। पहले दिन मैदान में 25 टीमें उतरी थीं, जिसे बढ़ाकर 50 कर दिया गया। सर्वे शहर के 85 में से 25 वार्ड में किया जा रहा है। ये वार्ड लक्की ड्रॉ के तहत चुने गए हैं। दरअसल, नगर निगम ने प्रॉपर्टी टैक्स के आधार पर रेंडमली घरों के एड्रेस इन टीमों को उपलब्ध करवाए हैं।
इन परेशानियों से होना पड़ रहा दो चार
टीम के सदस्यों ने बताया कई घरों में लोग सहमत नहीं हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सैंपल देना चाहते हैं, लेकिन उनका नाम सूची में नहीं होने के कारण सैंपल नहीं ले सकते। कुछ मल्टी में हॉस्टल्स चल रहे हैं, लेकिन वहां बच्चे नहीं मिले। बस्तियों में पते गलत होने, लोगों के मकान छोड़कर दूसरी जगह जाने, सहमति पत्र न होने और पालकों की अनिच्छा जैसी कई समस्याएं सामने आ र रही हैं। पहले दिन तो रुस्तम का बगीचा स्थित बस्ती में सैंपल लेने टीम पहुंची तो पहले बच्चे की मां ने इनकार कर दिया। सैंपल देने को राजी हुई तो कहा बच्चे का ज्यादा खून मत निकालना। सैंपल देने के बाद उन्होंने टीम से बच्चे के लिए दूध की थैली के पैसों की मांग की।
इंदौर
सीरो सर्वे में कई परिवार नहीं दे रहे बच्चों के सेंपल, बच्चा कमजोर है जैसे तर्क दे रहे टीमों को
- 12 Aug 2021