दिग्गी स्वार्थ ! नाथ अहंकार !! अन्ततः कांग्रेस डूब गई !!!
मध्य प्रदेश सहित तीन राज्यों में... कांग्रेस का सुपड़ा साफ हुआ...वहीं मोदी मैजिक चला... वहीं वसुंधरा शिवराज और रमन सिंह के चेहरों के साथ...बड़े-बड़े चेहरों ने मैदान पकडा... और फतेह की परिभाषा को अंजाम दिया... जहां गहलोत का अकड़पन भारी पड़ा... उधर भूपेश का रवैया भी मतदाताओं ने नकारा...तो इधर दिग्गी नाथ ने...कांग्रेस को अनाथ करने का श्रेय निरूपित किया गया... मतदाताओं ने न केवल कांग्रेस को...कल्पना से परे हार का आईना दिखाया... वही कल्पना से परे भाजपा को... जीत का सहरा पहनाया है...।
इधर मध्य प्रदेश में मोदी शाह के बाद...सबसे बड़ा फैक्टर शिवराज का ही नजर आया... हालांकि शिवराज सिंह चौहान चेहरा नहीं थे...परंतु उन्होंने भी एक अग्नि परीक्षा की तरह...मन कर्म से भाजपा के लिए काम किया... हरदम मैदान पकडने की फितरत में...शिवराज को हीरो बना दिया है... अब अगर ऊपर वाले उनकी तोप को...तमंचे में बदलना चाहेंगे... तो शिवराज का दुर्भाग्य होगा... अन्यथा तो पहला हक कुर्सी पर... और ताज पर शिवराज का ही है...।
महेंद्र हार्डिया ने रचा इतिहास
एक ही सीट पर लगातार जीत दर्ज कर महेंद्र हार्डिया ने इंदौर की राजनीति में रचा इतिहास। इससे पहले कोई भी इंदौर की राजनीति में लगातार एक ही विधानसभा से पांच बार चुनाव नहीं जीता।
शिवराज कैबिनेट के 12 मंत्री चुनाव हारे
1 - दतिया से डॉ. नरोत्तम मिश्रा
2 - हरदा से कमल पटेल
3 - बमोरी से महेंद्र सिंह सिसौदिया
4 - बड़वानी से प्रेम सिंह पटेल
5 - अटेर से अरविंद सिंह भदौरिया
6 - बदनावर से राजवर्धन सिंह दत्तीगांव
7 - बालाघाट से गौरीशंकर बिसेन
8 - ग्वालियर ग्रामीण से भारत सिंह कुशवाह
9 - अमरपाटन से रामखेलावन पटेल
10 - पारसवाड़ा से राम किशारे नानो कांवरे
11 - पोहरी से सुरेश धाकड़
12 - खरगापुर से राहुल सिंह लोधी
DGR विशेष
स्वागत ! नई सरकार का..अभिनंदन !! जन प्रतिनिधियों का..आभार !!! जनता की दीर्घ सोच का..
- 04 Dec 2023