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इंदौर

स्वास्थ्य सबसे बड़ी सम्पदा है, इसे निरोगी रखें,  स्वास्थ्य एवं पर्यावरण जागरूकता शिविर आयोजित

  • 31 Dec 2021

इन्दौर। देश से कोरोना अभी गया नहीं है। इसका नया वैरियेंट ओमिक्रान भी खतरनाक है। अत: पूरी सावधानी रखें। मास्क लगाएं, सामाजिक दूरी का पालन करें और दूसरों को भी सचेत करें। ये विचार पूर्व कलेक्टर सी.बी.सिंह के हैं, जो उन्होंने समाजसेवा प्रकोष्ठ द्वारा स्पूतनिक परिसर में आयोजित स्वास्थ्य एवं पर्यावरण जागरूकता शिविर में अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए व्यक्त किए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अभ्यास मंडल के अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता ने कहा कि शहरवासियों ने अपनी जागरूकता के चलते इन्दौर को पांच बार सफाई में नम्बर 1 बनाया। अत: अपने आसपास का परिवेश स्वच्छ रखें। ब्रह्ममुहूर्त में उठकर पढ़ाई करें। इससे स्मरण शक्ति भी बढ़ती हैं।
पर्यावरणविद डॉ. ओ.पी. जोशी ने बच्चों को पर्यावरण का मद बताते हुए कहा कि हवा, पानी, भूमि, पेड़-पौधे एवं जीवजन्तु इन पाँचों से मिलकर पर्यावरण बनता है। हमारा जीवन एवं आजीविका पर्यावरण पर निर्भर है। मुख्य वक्ता डॉ. कृष्णा मिश्रा ने कहा कि शरीर ही सबसे बड़ी सम्पदा है। इसको जितना निरोगी रखेंगे, उतना ही श्रेष्ठ है। कार्यक्रम संयोजक अलोक खरे ने कहा कि समाजसेवा प्रकोष्ठ गत 25 वर्षों से तंग बस्ती के गरीब एवं कमजोर वर्गों के बच्चों के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यावरण विषय पर पिछले 25 वर्षों से शिविर लगा रहा है। योगाचार्य बालाचैतन्य ने बच्चों को योगासन कराए और उन्हें इसका महत्व बताया। श्याम यादव ने दैनंदिनी जीवन में व्यायाम की आवश्यकता को समझाया। सेवानिवृत्त एडिशनल कलेक्टर के.आर. जैन ने भी विचार रखे। अतिथि स्वागत अर्चना गडकर, अशोक कापरनिस, सुबोध भौरांसकर, पुष्पा महाडिक, आर.के. वर्मा, सीता नानेरिया, उषा गौड़ और ममता अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में हेमा मछिया ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की और राष्ट्रीय गीत सुनाएं। कार्यक्रम का संचालन श्याम पाण्डे ने किया। अंत में आभार माना सुबोध भौरांसकर ने। शिविर में खजराना, कृष्णबाग, मालवीय नगर, मालवामिल आदि बस्तियों के 200 बच्चों ने भाग लिया।