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इंदौर

स्वच्छता में नंबर वन होने से इंदौर में प्रापर्टी खरीदने में रुचि दिखा रहे दूसरे शहर के लोग

  • 19 Apr 2022

क्रेडाई के प्रापर्टी शो में कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा- डायरी पर अब भी कई लोग काम कर रहे हैं, उन्हें छोड़ेंगे नहीं।
इंदौर। किसी भी सामान्य परिवार के लिए 10 से 15 लाख रुपये जमा करना मुश्किल होता है। घर लेने के लिए इतनी बड़ी राशि वह किसी बिल्डर को दे देता है तो बिल्डर की जिम्मेदारी है कि वह उसे समय पर घर सौंपे। अगर बिल्डर जनता हित को भी साथ में लेकर चलेंगे तो शहर में प्रापर्टी खरीदने-बेचने को लेकर लोगों का विश्वास बढ़ेगा। यह बात कलेक्टर मनीष सिंह ने क्रेडाई प्रापर्टी शो के आखिरी दिन रविवार को बिल्डर और प्रापर्टी क्षेत्र से जुड़े लोगों को कही।
कलेक्टर ने कहा कि टाउन एंड कंट्री प्लानिंग को लेकर आ रही कुछ परेशानियों को दूर कर रहे हैं। अनावश्यक कारण से तीन महीने तक दफ्तरों में फाइल पड़ी नहीं रहनी चाहिए। यह भी देखने में आता है कि जब कोई समस्या की बात आती है तो कमेटी बना दी जाती है लेकिन कमेटियां बनाने से काम और पेचीदा हो जाता है। उन्होंने कहा कि शहर स्वच्छता में नंबर वन है। इस ब्रांड वैल्यू के कारण बाहर के भी कई परिवार इंदौर में प्रापर्टी लेने में रुचि दिखा रहे हैं। कार्यक्रम में विधायक महेंद्र हार्डिया, क्रेडाई इंदौर के प्रेसिडेंट निर्मल अग्रवाल, क्रेडाई इंदौर के सचिव संदीप श्रीवास्तव, क्रेडाई इंदौर के चेयरमैन गोपाल गोयल सहित कई सदस्य मौजूद थे।
गड़बड़ी पाई जाती है तो सभी अनुमति खारिज करेंगे
कलेक्टर ने कहा कि बिल्डर के प्रोजेक्ट समय पर पूरे हों इसके लिए मैंने अधिकारियों को कहा है कि छोटी-छोटी बातों को लेकर फाइल पेंडिंग न रखें। बिल्डर को भी कई तरह की परेशानियों से गुजरना होता है। ऐसे में छोटी बातों को लेकर लंबा इंतजार नहीं कराना चाहिए। मैं क्रेडाई के सदस्यों से कहना चाहूंगा कि वे गलत कामों को अंजाम दे रहे लोगों को चिह्नित करें और टोका-टाकी करें। हाल ही में उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई जो डायरी पर प्रापर्टी लेन-देन कर रहे हैं। कई लोग अब भी इस तरह के कामों में लिप्त हैं। अगर ऐसी गड़बड़ी पाई जाती है तो हम बिल्डर की सभी अनुमति खारिज कर देंगे और आगे से किसी भी तरह का लाइसेंस जारी नहीं किया जाएगा।