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इंदौर

सुसाइड के 84 दिन बाद भी आरोपी ताऊ-ताई फरार

  • 07 Oct 2024

सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप; बेटे को न्याय दिलाने पिता अधिकारियों के चक्कर काट रहे
विदिशा ,(निप्र)। अनिकेत के पिता राजेश दांगी का आरोप है कि वे अपने बेटे की मौत के जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस के चक्कर काट रहे हैं। इतना ही नहीं वह कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से भी न्याय की गुहार लगा चुके हैं। कोतवाली पुलिस अब तक आरोपियों को पकड़ने में नाकाम रही है। वहीं रिश्तेदार राजीनामा करने और शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहें है।
 तारीख 14 जुलाई 2024 विदिशा का रहने वाला 19 वर्षीय अनिकेत दांगी परिवार में चल रहे जमीनी विवाद के चलते मेडिकल कॉलेज के पीछे सल्फास की गोली खाकर आत्महत्या कर लेता है। खुदकुशी करने से पहले अनिकेत एक वीडियो बनाता है जिसमें वह अपनी मौत का जिम्मेदार अपने ताऊ और परिवार के अन्य सदस्यों को ठहराता है। अनिकेत के मोबाइल से एक नोट भी बरामद होता है।
घटना को बीते 84 दिन हो चुके हैं यानी लगभग 3 महीने पूरे होने को हैं पर अब तक केस में कोई भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पिता अपने इकलौते बेटे की मौत के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है। आरोपी अब भी फरार हैं। पीड़ित परिवार कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से भी न्याय की गुहार लगा चुका है। पुलिस अधिकारी पिछले ढाई महीने से आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कह रहे हैं। अब उन्होंने आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल, मामला विदिशा के ग्यारसपुर तहसील के अंतर्गत आने वाले क्वेटा गांव का है। यहां रहने वाले राजेश दांगी की तीन लड़कियां और एक इकलौता लड़का था। अनिकेत हंसमुख मिलनसार स्वभाव का था। घर की स्थिति सही नहीं होने के कारण दसवीं तक पढ़ाई करने के बाद खेती-बाड़ी देखने लगा था।
अनिकेत ने सुसाइड नोट में क्या लिखा था?
मैं अपने घर से बहुत परेशान हो चुका हूं और मेरे मौत के जिम्मेदार सिर्फ मेरे बड़े पापा-मम्मी और सुनील दांगी है। इन्होंने पहले हमारी 10 बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया और अब मेरे हिस्से के घर में भी कब्जा कर लिया है। मैंने उनसे इस बारे में पूछा तो बोलने लगे कि हमारा है, फिर मैंने बोला मैं एफआईआर कर रहा हूं तो बोलने लगे, कर दो कोई कुछ नहीं कर पाएगा मैंने रानू को फोन लगाया और उससे बोला कि पापा को समझा लो, तो वह मुझसे बोलता है तुम जानो और वो जानें, हमें तो हमारा हिस्सा मिल चुका है। अब वह उनका हिस्सा है। मेरी आप लोगों से हाथ जोड़कर विनती है इन लोगों को जेल करवाना, इन लोगों ने एक मां से जबरन बेटे को छुड़वाया है। मेरी मौत का कारण सिर्फ यही लोग हैं नंदलाल फूलाबाई सुनील और रानू।
पुलिस ने रिश्तेदारों के घर दबिश दी फिर भी कोई सुराग नहीं
14 जुलाई को अनिकेत ने विदिशा मेडिकल कॉलेज के पीछे सल्फास खा ली थी, इसके बाद उसने अपना एक वीडियो रिकॉर्ड किया और सुसाइड नोट लिखा। अनिकेत ने अपने परिजनों को फोन करके सल्फास खाने की बात बताई। परिजनों ने अनिकेत के दोस्तों को फोन लगाकर पूरी बात बताई, जब अनिकेत का दोस्त मौके पर पहुंचा तो अनिकेत की हालत खराब हो चुकी थी उसे तुरंत मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया जहां हालत ज्यादा गंभीर होने पर उसे भोपाल रेफर कर दिया गया। जहां पर रात में अनिकेत ने दम तोड़ दिया। इसके बाद कोतवाली पुलिस ने मर्ग कायम करके मामला जांच में लिया था। पुलिस ने गांव पर तलाश की थी इसके साथ ही बासौदा, विदिशा और रायसेन जिले के खजुरिया गांव में उनके रिश्तेदारों के घर दबिश दी थी पर उनका कोई सुराग नहीं लगा।
मारपीट के बाद आत्महत्या का कदम उठाया
अनिकेत के पिता राजेश दांगी ने बताया कि वह तीन भाई हैं, उनके बड़े भाई ने मोहन गिरी में स्थित घर में उनके हिस्से पर और 10 बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया था, इसके बाद बड़े भाई नंदलाल, सोनू, रानू और उनकी मम्मी ने अनिकेत के साथ मारपीट की थी जिसके कारण अनिकेत ने आत्महत्या कर ली।
अनिकेत के पिता राजेश दांगी का आरोप है कि वे अपने बेटे की मौत के जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस के चक्कर काट रहे हैं। इतना ही नहीं वह कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से भी न्याय की गुहार लगा चुके हैं। कोतवाली पुलिस अब तक आरोपियों को पकड़ने में नाकाम रही है। वहीं रिश्तेदार राजीनामा करने और शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहें है।
आरोपियों की प्रॉपर्टी कुर्क करने के निर्देश
मामले में एडिशनल एसपी प्रशांत चौबे ने बताया कि आरोपियों की जो प्रॉपर्टी है उसे कुर्क करने की कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। आरोपियों के संबंधित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है, जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।