Highlights

DGR विशेष

सुसाइड का नया ट्रेंड : 1 महीने में 5 लोगों ने वीडियो बनाकर जान दी

  • 22 Feb 2022

भोपाल/इंदौर। इन दिनो सुसाइड का नया ट्रेंड सामने आया है। पहले सुसाइड नोट लिखे जाते थे, लेकिन आजकल वीडियो बनाकर जान दी जा रही है। बकायदा यह वीडियो वायरल भी कर दिए जाते हैं। हाल ही में इंदौर के जगजीवन रामनगर में रहने वाली सॉफ्टवेयर इंजीनियर मोनिका ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। सुसाइड से पहले उसने वीडियो बनाया। उसने कहा कि सभी खुश रहें और अपना ध्यान रखें। मैं अपना जीवन खत्म कर रही हूं। इसका जिम्मेदार कोई और नहीं है। मोनिका के सुसाइड से पहले वीडियो बनाने का प्रदेश में इकलौता मामला नहीं है। एक महीने में ऐसे 5 केस सामने आ चुके हैं, जिसमें जान देने से पहले श्कऊएड बनाए गए हैं।
मनोचिकित्सकों की मानें तो इसके पीछे मुख्य वजह है, सुसाइड करने वाला दुनिया को दिखाना चाहता है कि उसे कितना दर्द है, लेकिन यह तरीका गलत है। इसे रोका जा सकता है। हर समस्या का समाधान है। परिवार और करीबी लोग इन घटनाओं को रोक सकते हैं। एडवोकेट का मानना है कि सुसाइड करने वाला जिससे पीड़ित है, उसे इस वीडियो के जरिए सजा दिलाना चाहता है, लेकिन यह पूरा साक्ष्य नहीं है। कोर्ट सिर्फ इसी आधार पर फैसला नहीं देता है।
किन वजहों से लोग ऐसा कदम उठा रहे हैं?
आत्महत्या करने वाले इंसान लंबे समय से मानसिक बीमारी से पीड़ित रहते हैं। वह या तो अवसाद, बायपोलर मूड डिसआॅर्डर, एंग्जाइटी डिसआॅर्डर से ग्रसित रहता है। इससे वह लगातार जूझता है, इसलिए उसके मन में आत्महत्या का ख्याल आता है। जानकारी के अभाव में परिवार और आसपास के लोग लक्षण नहीं पहचान पाते हैं।
वीडियो ही क्यों बना रहे हैं
पहले लोग अवसाद में थे और सुसाइड करते तो अकसर सुसाइड नोट छोड़ते थे। डिजिटल का जमाना है। हर फील्ड में इसका असर दिखता है, इसलिए लोग आॅडियो और विजुअल में इनपुट बनाकर सुसाइड कर रहे हैं।
बड़ा सवाल: क्या ये वीडियो सजा दिलाने में कारगर हैं?
वीडियो से एक तरीके का साक्ष्य निर्मित होता है। कानून में इसे डेथ क्लीयरेंस माना जाता है, लेकिन सिर्फ इस आधार पर कोर्ट सजा नहीं देता। कोर्ट में कई साक्ष्य की जरूरत पड़ती है। इस पर कोर्ट फॉरेंसिक एक्सपर्ट की राय लेता है, तब जाकर फैसला सुनाता है। केवल वीडियो बनाकर डाल देना पर्याप्त नहीं माना जाता है। इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस में काट-छांट की जा सकती है। इसलिए इसकी जांच भी होती है।
यह विचलित करने देने वाली घटनाएं
खंडवा में नर्मदा में कूदा वनकर्मी: वीडियो में कहा- लोग परेशान कर रहे थे
मैं थक गया हूं इस दुनिया से... सबके पैसे देने वाला था... आज नहीं तो कल दे देता। बहुत परेशान कर दिया मुझे, इसलिए जिंदगी से हारकर अब जान दे रहा हूं। खंडवा के घासुपरा निवासी फॉरेस्ट कर्मी शेख जुनैद (30) ने यह वीडियो जारी कर 27 जनवरी को नर्मदा में छलांग लगा दी। घटना शनिवार को खंडवा के इंदौर-इच्छापुर रोड पर मोरटक्का के पास नर्मदा एक्वाडक्ट पुल की है।
वीडियो बनाकर महिला रोते हुए कटोरे में जहर घोलकर पी गई
27 जनवरी को सतना में प्रीति (25) ने रोते हुए कटोरे में जहर घोलकर उसे पी लिया। जिसके बाद उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। महिला के मोबाइल में उसके जहर पीने का वीडियो भी मिला। जिसके बाद बवाल मच गया। प्रीति के परिजनों ने ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना देने का आरोप लगाया और पुलिस में शिकायत कर दी। चार साल पहले उसकी शादी हुई थी।
विदिशा में जहर खाने का लाइव वीडियो आया
विदिशा के गुलाबगंज निवासी योगेश रघुवंशी ने 26 जनवरी को लाइव वीडियो में अपनी आपबीती सुनाते हुए जहर खा लिया। योगेश रघुवंशी नाम के इस युवक की पत्नी ने कुछ दिन पहले जहर खाकर जान दी थी। वहीं अब योगेश ने भी जान देने की कोशिश की। जहर खाने से पहले योगेश ने एक वीडियो बनाया, जिसमें उसने आरोप लगाते हुए बताया कि 5 लोग उसकी पत्नी की मौत का फायदा उठाकर उसे जबरन केस में फंसाने की धमकी दे रहे हैं। साथ ही उसने इन लोगों पर 25 लाख रुपए मांगने का आरोप भी लगाया।
खरगोन में नर्मदा में कूदने से पहले वीडियो बनाया
खरगोन में नर्मदा नदी में कूदकर अजय द्विवेदी ने जान दे दी। मरने से पहले युवक ने वीडियो बनाया है। इसमें उसने पत्नी और ससुराल वालों पर तलाक का केस वापस लेने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। उसने कहा है कि पत्नी और ससुराल वाले एक करोड़ रुपए मांग रहे हैं। उन्होंने मुझे और परिवार को प्रताड़ित किया है।  
गुना के युवक ने कर्ज नहीं लौटाने पर दी जान
गुना जिले के धरनावदा के पटना निवासी अरविंद कुशवाह (30) इंदौर के सांवेर में फैक्ट्री में काम करते था। वह वहां फास्फेट कंपनी में ठेकेदार था। सुसाइड से पहले अरविंद ने वीडियो भी बनाया। वीडियो में उसने धोखाधड़ी की बात कही। वीडियो में वह कह रहा है कि सौरभ यादव ने 8 लाख ले लिए। अब मोबाइल बंद कर लिया है। मोहर सिंह को पकड़ोगे, तो सौरभ यादव अपने आप हाथ आ जाएगा। मेरी 7-8 लाख से बैंड बजा दी। अब सौरभ पैसा वाला हो गया। जो कुछ कारण है सौरभ यादव ही है।  
फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी ने फांसी लगा ली, वीडियो भी बनाया
भोपाल के अशोका गार्डन इलाके में बजाज फाइनेंस के कर्मचारी कार्तिक यादव ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सुसाइड से पहले उसने सोशल मीडिया पर खुद के बनाए दो वीडियो पोस्ट किए। वीडियो में वह अपने सीनियर पर आरोप लगा रहा है। वीडियो में उसने बताया कि मेरे अच्छेपन का सीनियर ने फायदा उठाया, मुझे झूठा फंसाया जा रहा है। मैं एक लाख रुपए नहीं दे सकता, जान दे रहा हूं।